रूद्रप्रयाग
भूपेन्द्र भण्डारी
उत्तराखण्ड राज्य गठन के 19 वर्ष बाद भी रूद्रप्रयाग जनपद में 97 ऐसे गाँव हैं जो सड़क मार्ग से वंचित हैं। हालांकि इन 97 गाँवों में से 82 सड़कों स्वीकृति मिली चुकी है।
दरअसल जनपद के 653 राजस्व गाँवों के सापेक्ष 556 गाँव सड़क मार्ग से जुड़ चुके हैं। शेष गाँवों के लिए विभिन्न प्रपोजल शासन को भेजा गया है लेकिन वन विभाग द्वारा अनुमति दिए जाने से ये गाँव लम्बे समय से सड़क की बांट जोह रहे हैं।
इनमें से सबसे अधिक कठिनाई गौड़ारा, छौडा, खेड़ी, क्वेफड़ जैसे गाँवों को हो रही है जहां 6-8 किमी तक पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता इन्द्रजीत बोस ने कहा कि अब 15 गाँव ऐसे हैं जहाँ अभी तक सड़क की स्वीकृति नहीं मिल पाई है।
भूपेन्द्र भण्डारी
उत्तराखण्ड राज्य गठन के 19 वर्ष बाद भी रूद्रप्रयाग जनपद में 97 ऐसे गाँव हैं जो सड़क मार्ग से वंचित हैं। हालांकि इन 97 गाँवों में से 82 सड़कों स्वीकृति मिली चुकी है।
दरअसल जनपद के 653 राजस्व गाँवों के सापेक्ष 556 गाँव सड़क मार्ग से जुड़ चुके हैं। शेष गाँवों के लिए विभिन्न प्रपोजल शासन को भेजा गया है लेकिन वन विभाग द्वारा अनुमति दिए जाने से ये गाँव लम्बे समय से सड़क की बांट जोह रहे हैं।
इनमें से सबसे अधिक कठिनाई गौड़ारा, छौडा, खेड़ी, क्वेफड़ जैसे गाँवों को हो रही है जहां 6-8 किमी तक पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता इन्द्रजीत बोस ने कहा कि अब 15 गाँव ऐसे हैं जहाँ अभी तक सड़क की स्वीकृति नहीं मिल पाई है।
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