नए सेनाध्यक्ष का पदभार सँभालने के बाद सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने ने आज कहा, यदि पड़ोसी देश राज्य प्रायोजित आतंकवाद को नहीं रोकता है तो भारत आतंकी खतरे के स्रोतों को रोकने का अधिकार रखता है।जनरल नरवने ने कहा, सीमा पार आतंकवाद को दंडित करने के लिए दृढ़ दंडात्मक प्रतिक्रिया की रणनीति विकसित की गई है।
उन्होंने एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति का उल्लेख करते हुए कहा, यह रक्षा प्रतिष्ठान के संचालन के तरीके को बहुत बदल देगा और पूरे सैन्य तंत्र में महत्वपूर्ण सुधार लाएगा।
जनरल ने कहा, सेना प्रमुख के रूप में उनका मुख्य फोकस सेना को किसी भी समय किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार करना होगा।
उनके अनुसार, आर्मआर्मी में सुधार के लिए निचली रेखा दक्षता और परिचालन तत्परता को बढ़ाना होगा।
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