ऋषिकेश;
उत्तम सिंह
देश के जांबाज़ सैनिकों की बहादुरी और पराक्रम को सलाम करते हुए और बांग्लादेश मुक्ति के संदर्भ में देश भर में आज 'विजय दिवस' मनाया जा रहा है।
नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने भी विजय दिवस पर भारतीय सैनिकों के साहस, शौर्य और पराक्रम को नमन किया। उन्होंने कहा कि 1971 में आज के दिन हमारी सेना ने जो इतिहास रचा, वह सदा स्वर्णाक्षरों में अंकित रहेगा।
सोमवार को नगर निगम की महापौर ने वर्ष 1971 में भारत-पाक के बीच हुए ऐतिहासिक युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देकर विश्व पटल पर नए देश बंग्लादेश को जन्म देने वाले वीर सैनिकों की शहादत को नमन करते हुऐ कहा कि भारतीय फौज ने पाकिस्तानी सेना को बुरी तरह पराजित ही नहीं किया बल्कि उनके मनोबल को भी कुचल कर रख दिया था। महापौर ममगाई ने कहा कि विजय दिवस, भारतीय इतिहास और भारतीय सेना के लिए गौरवमयी पलों को याद करने का दिन है। 1971 के युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अपने साहस, समर्पण और उच्चकोटि की सैन्य दक्षता और कुशलता के आधार पर एतिहासिक विजय हासिल की थी। इस दिन करीब एक लाख पाक सैनिकों ने ढाका में भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था । इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में पराक्रमी भारतीय सैनिकों की शोर्य गाथा सदैव अंकित रहेगी।
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