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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में जनरल सर्जरी विभाग व कॉलेज ऑफ नर्सिंग के तत्वावधान में आयोजित नेशनल वुंडकॉन-2019 का शनिवार को संस्थान के अध्यक्ष प्रो. समीरन नंदी व निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने संयुक्तरूप से विधिवत शुभारंभ किया। कार्यशाला में विशेषज्ञों ने जख्मों व संक्रमण के उपचार विधियों पर व्याख्यानमाला प्रस्तुत की। उन्होंने जटिल घावों के प्रबंधन पर अपने अनुभव साझा किए।       
          
                                                                                                                                                                                                                                                                            तीन दिवसीय वुंडकॉन-2019 राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए संस्थान के अध्यक्ष प्रो. समीरन नंदी ने कहा कि एम्स ऋषिकेश निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत के कुशल निर्देशन में तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि छह नए एम्स संस्थानों की श्रृंखला में ऋषिकेश एम्स चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान आदि के क्षेत्र में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला संस्थान बन चुका है। एम्स अध्यक्ष प्रो. नंदी ने कहा कि संस्थान की प्रगति इसी तरह से होती रही तो जल्द यह संस्थान देश के सबसे बेहतर मेडिकल संस्थानों में एक होगा। उन्होंने विभिन्न विभागों को एकेडमिक के साथ साथ चिकित्सा व अन्य क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया, कहा कि ऐसा करने से मरीजों को उपचार में बेहतर चिकित्सा प्रणाली का लाभ मिल सकेगा।                                                                                                                                                                                                                इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने इस तरह की कार्यशालाओं को चिकित्सकीय ज्ञान व अनुभवों के आदान प्रदान के लिए नितांत आवश्यक बताया, उन्होंने ऐसे आयोजनों की निरंतरता पर जोर दिया और कहा कि चिकित्सकों को जीवन में प्राप्त अनुभवों को बांटने के लिए इस तरह के आयोजन में अवश्य प्रतिभाग करना चाहिए। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा ​कि इस तरह की प्रशिक्षण कार्यशालाओं से चिकित्सक एक-दूसरे के अनुभवों से रूबरू होते हैं और इसका लाभ मरीजों का बेहतर तरीके से उपचार में मिलता है।      

  निदेशक ने संस्थान के फैकल्टी व चिकित्सकों को बेहतर कार्य के लिए शतप्रतिशत प्रोन्नति का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर संस्थान की वरिष्ठ सर्जन, आईबीसीसी प्रमुख व आयोजन समिति की अध्यक्ष प्रो. बीना रवि, वर्ल्ड यूनियन ऑफ वूंड हिलिंग सोसाइटी के अध्यक्ष मार्को रोमानाली, जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. सोमप्रकाश बासू, प्रो. वर्तिका सक्सेना, प्रो. श्रीपर्णा बासू आदि ने भी व्याख्यान दिए।  

  इस अवसर पर सुक्रिया नायक, हरिकृष्ण, के. राघव नायर, जुलीयट प्राइस,ट्रामा सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. कमर आजम, डीन नर्सिंग प्रो. सुरेश कुमार शर्मा, डा. फरहान उल हुदा, डा. मधुवरी वाथुल्या, डा. सुधीर कुमार, डा. तरुण गोयल, डा. मधु मल्होत्रा, डा. अजय कुमार,डा. प्रतीक शारदा, अशीषा जांगिर आदि मौजूद थे।

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