परमार्थ निकेतन में गोपाष्टमी के अवसर पर की गाय और गोविन्द की पूजा
देश की सुख-समृद्धि हेतु माँ गंगा जी से की प्रार्थना
परमार्थ निकेतन पधारी जसोदा बेन परमार्थ गंगा आरती में किया सहभाग
ऋषिकेश;
In
परमार्थ निकेतन में सेवानिवृत शिक्षिका जसोदा बेन पधारी उन्होने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज और जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती जी से भेंट की।
जसोदा बेन जी ने परमार्थ गंगा तट पर होने वाली विश्व विख्यात गंगा आरती में सहभाग किया। स्वामी जी ने सभी अतिथियों को पर्यावरण का प्रतीक रूद्राक्ष पौधा भेंट किया।
आज गोपाष्टमी के अवसर पर गाय और गोविन्द की पूजा की गयी। शास्त्रों में उल्लेख किया गया है कि गाय के शरीर में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। हिन्दू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। आज गोपा अष्टमी के अवसर पर परमार्थ निकेतन में वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ गाय माता की पूजा अर्चना की।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि भारत के यशस्वी और ऊर्जावान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की सेवा के लिये अपना सर्वस्व अर्पण किया, हिमालय जाकर तपस्या की और आपने आप को देश की सेवा हेतु समर्पित किया वहीं दूसरी ओर जसोदा बेन की तपस्या भी कुछ कम नहीं है। उन्होने मौन रहकर व्यक्तिगत तपस्या की और श्री मोदी जी की तपस्या और देश सेवा हेतु मौन रहकर साथ दिया। साथ न रहते हुये भी मौन और शांत रहकर प्रार्थना करना अपने आप में एक बड़ी सेवा है।
स्वामी जी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी सबका साथ सबका विकास, सतत एवं सुरक्षित विकास-साफ नियत और सही विकास के नायक है। स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से उन्होने हर घर, हर घाट, हर गली और हर गांव को स्वच्छ भारत की मुहिम से जोडा़ है। स्वामी जी महाराज ने कहा कि मोदी ज कर्मयोगी है उन्होने भारत ही नही बल्कि पूरे विश्व को एक नई दिशा प्रदान की है। हमारे प्रधानमंत्री जी पद, प्रतिष्ठा के लिये नहीं बल्कि निष्ठा के लिये कार्य करते है। उन्होने देश को स्वच्छता, सद्भावना और समसरता का संदेश दिया है।
स्वामी जी ने परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों को गोपा अष्टमी का महत्व समझाते हुये कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने गौ माता की सेवा कर हमें संदेश दिया कि गाय, माता के समान है व पूजनीय है। धरती पर सन्तुलन बनायें रखने के लिये मनुष्य के साथ सभी जीव जन्तुओं का धरती पर होना नितांत आवश्यक है। जीवों में गाय अत्यंत कोमल और उपयोगी प्राणी है। स्वामी जी ने देशवासियों से आह्वान किया कि गाय को सुरक्षा प्रदान करे और उनका संवर्द्धन करे क्योकि गाय हिन्दू संस्कृति का प्रतीक है।
सूरत के प्रसिद्ध हीरा व्यापारी जिन्होने भारत की शान पूरे विश्व में बढ़ायी है श्री गोविन्द भाई, उनका परिवार एवं सूरत के अन्य 300 लोगों के साथ परमार्थ गंगा आरती में सहभाग किया। स्वामी से भेंट कर आशीर्वाद लिया तथा परमार्थ गंगा तट पर होने वाली आरती की दिव्यता का लाभ उठाया।
देश की सुख-समृद्धि हेतु माँ गंगा जी से की प्रार्थना
परमार्थ निकेतन पधारी जसोदा बेन परमार्थ गंगा आरती में किया सहभाग
ऋषिकेश;
In
परमार्थ निकेतन में सेवानिवृत शिक्षिका जसोदा बेन पधारी उन्होने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज और जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती जी से भेंट की।
जसोदा बेन जी ने परमार्थ गंगा तट पर होने वाली विश्व विख्यात गंगा आरती में सहभाग किया। स्वामी जी ने सभी अतिथियों को पर्यावरण का प्रतीक रूद्राक्ष पौधा भेंट किया।
आज गोपाष्टमी के अवसर पर गाय और गोविन्द की पूजा की गयी। शास्त्रों में उल्लेख किया गया है कि गाय के शरीर में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। हिन्दू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। आज गोपा अष्टमी के अवसर पर परमार्थ निकेतन में वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ गाय माता की पूजा अर्चना की।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि भारत के यशस्वी और ऊर्जावान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की सेवा के लिये अपना सर्वस्व अर्पण किया, हिमालय जाकर तपस्या की और आपने आप को देश की सेवा हेतु समर्पित किया वहीं दूसरी ओर जसोदा बेन की तपस्या भी कुछ कम नहीं है। उन्होने मौन रहकर व्यक्तिगत तपस्या की और श्री मोदी जी की तपस्या और देश सेवा हेतु मौन रहकर साथ दिया। साथ न रहते हुये भी मौन और शांत रहकर प्रार्थना करना अपने आप में एक बड़ी सेवा है।
स्वामी जी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी सबका साथ सबका विकास, सतत एवं सुरक्षित विकास-साफ नियत और सही विकास के नायक है। स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से उन्होने हर घर, हर घाट, हर गली और हर गांव को स्वच्छ भारत की मुहिम से जोडा़ है। स्वामी जी महाराज ने कहा कि मोदी ज कर्मयोगी है उन्होने भारत ही नही बल्कि पूरे विश्व को एक नई दिशा प्रदान की है। हमारे प्रधानमंत्री जी पद, प्रतिष्ठा के लिये नहीं बल्कि निष्ठा के लिये कार्य करते है। उन्होने देश को स्वच्छता, सद्भावना और समसरता का संदेश दिया है।
स्वामी जी ने परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों को गोपा अष्टमी का महत्व समझाते हुये कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने गौ माता की सेवा कर हमें संदेश दिया कि गाय, माता के समान है व पूजनीय है। धरती पर सन्तुलन बनायें रखने के लिये मनुष्य के साथ सभी जीव जन्तुओं का धरती पर होना नितांत आवश्यक है। जीवों में गाय अत्यंत कोमल और उपयोगी प्राणी है। स्वामी जी ने देशवासियों से आह्वान किया कि गाय को सुरक्षा प्रदान करे और उनका संवर्द्धन करे क्योकि गाय हिन्दू संस्कृति का प्रतीक है।
सूरत के प्रसिद्ध हीरा व्यापारी जिन्होने भारत की शान पूरे विश्व में बढ़ायी है श्री गोविन्द भाई, उनका परिवार एवं सूरत के अन्य 300 लोगों के साथ परमार्थ गंगा आरती में सहभाग किया। स्वामी से भेंट कर आशीर्वाद लिया तथा परमार्थ गंगा तट पर होने वाली आरती की दिव्यता का लाभ उठाया।
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