डोईवाला:
भारत में 1995-96 में मोबाइल लॉन्च हुआ था जिसके बाद भारत के अधिकतर इलाकों में मोबाइल सिग्नल मिल रहा था। मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि राजधानी के नजदीक दुधली पँचायत में मोबाइल सिग्नल नही था।
उत्तराखंड बनने के बाद भी ये गाँव दिया तले अंधेरे समान था।
डोईवाला दुधली गाँव निवासी समाजसेवी अजय कुमार ने इस गाँव में मोबाइल सिग्नल पहुंचाने का बीड़ा उठाया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को पत्र लिखा,प्रधानमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लेकर दूरसंचार मंत्रालय को मामले में कार्यवाही हेतु लिखा,दूर संचार मंत्रालय ने सभी मोबाइल कम्पनियों से मामले में कार्यवाही हेतु लिखा।
जिसके बाद रिलायंस जियो की टीम के अधिकारियों ने मौके पर आकर देखा ग्रामीणों ने बताया कि गाँव वाले एम्बुलेंस व पुलिस बुलाने के लिए भी समर्थ नही थे क्योंकि मोबाइल में सिग्नल नही होता था,गाँव जंगल से सटा होने के कारण जंगली जानवरों के गाँव में घुस जाने के कारण वन विभाग को सूचित नही कर पाते थे , जियो की टीम के रूरल जियो पॉइंट हेड मनीष चोपड़ा, व जेसीएम नीरज नेगी द्वारा जियो के उत्तराखंड स्टेट हेड श्री विशाल अग्रवाल जी को अवगत कराया, स्टेट हेड द्वारा तत्काल जियो टॉवर लगाने की अनुमति दी गयी।
दुधली का कैमरी बड़कली गाँव राज्य का पहला जियो डिजिटल गांव घोषित।
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