हरिद्वार;
महाकुम्भ मेला-2021 में होने वाले कार्यों का निरीक्षण मेलाधिकारी दीपक रावत ने किया। उन्होंने आज सूखी नदी पर 4 करोड़ 64 लाख की लागत से बनने वाला 50 मीटर के पुल का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ मेला में क्राउड मैनेजमेंट की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण परियोजना है।
मेलाधिकारी ने महाकुम्भ मेला की दृष्टि से भीमगौड़ा क्षेत्र के सौंदर्यीकरण, नील धारा बांध क्षेत्र के सौंदर्यीकरण हेतु बनाई जा रही कार्य योजना का भी निरीक्षण किया। महाकुम्भ मेला प्रगति की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अभी तक अतिमहत्वपूर्ण कार्य शासन में भेजा गया है जो स्वीकृत हो गया है। स्वीकृत कार्यो में कांवड़ पटरी के चैड़ीकरण का कार्य, पुराना कांगड़ी मार्ग, बैरागी में बनने वाले 4 पुल, इससे सम्बंधित सड़क, डैम कोठी के पास 3 घाट प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त आस्था पथ की कार्य योजना संशोधित करके शासन को भेजी जाएगी।
इस कार्य योजना को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनाई गई उच्च स्तरीय अधिकार प्राप्त समिति में पास कराया जाएगा।
इस अवसर पर एसएसपी मेला जनमेजय खण्डूरी, ओएसडी मेला महेश शर्मा, अधिशासी अभियंता सिचाई पुरुषोत्तम एवं लोक निर्माण विभाग, पेयजल विभाग और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
महाकुम्भ मेला-2021 में होने वाले कार्यों का निरीक्षण मेलाधिकारी दीपक रावत ने किया। उन्होंने आज सूखी नदी पर 4 करोड़ 64 लाख की लागत से बनने वाला 50 मीटर के पुल का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ मेला में क्राउड मैनेजमेंट की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण परियोजना है।
मेलाधिकारी ने महाकुम्भ मेला की दृष्टि से भीमगौड़ा क्षेत्र के सौंदर्यीकरण, नील धारा बांध क्षेत्र के सौंदर्यीकरण हेतु बनाई जा रही कार्य योजना का भी निरीक्षण किया। महाकुम्भ मेला प्रगति की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अभी तक अतिमहत्वपूर्ण कार्य शासन में भेजा गया है जो स्वीकृत हो गया है। स्वीकृत कार्यो में कांवड़ पटरी के चैड़ीकरण का कार्य, पुराना कांगड़ी मार्ग, बैरागी में बनने वाले 4 पुल, इससे सम्बंधित सड़क, डैम कोठी के पास 3 घाट प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त आस्था पथ की कार्य योजना संशोधित करके शासन को भेजी जाएगी।
इस कार्य योजना को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनाई गई उच्च स्तरीय अधिकार प्राप्त समिति में पास कराया जाएगा।
इस अवसर पर एसएसपी मेला जनमेजय खण्डूरी, ओएसडी मेला महेश शर्मा, अधिशासी अभियंता सिचाई पुरुषोत्तम एवं लोक निर्माण विभाग, पेयजल विभाग और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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