परिजनों का आरोप: सेंचुरी मील से निकलने वाला प्रदूषित पानी बना मौत की वजह
लालकुआ:
पंकज सक्सेना
दूषित पानी पीने का खामियाजा एक छात्रा को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। पीलिया रोग से ग्रसित छात्रा ने डॉ सुशीला तिवारी चिकित्सालय में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। इस घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। परिजनों का आरोप है कि क्षेत्र में सेंचुरी पेपर मील से निकलने वाले गन्दे नाले ने पुरे क्षेत्र के पानी को दूषित किया हुआ है। जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक घोडानाला शास्त्री नगर बिंदुखत्ता निवासी नन्दा बल्लभ देवराडी की 12वीं में पढ़ने वाली पुत्री कामना पीलिया रोग से ग्रषित थी। जिसे उपचार के लिए परिजनों ने डॉ सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया था। बीते 17 जुलाई को कामना ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
मृतका छात्रा के पिता नंदा बल्लभ ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र में स्थित सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल से निकलने वाले गन्दे नाले के केमिकलयुक्त पानी ने पुरे क्षेत्र के पीने वाले पानी को भी दूषित कर दिया है। यही वजह है कि आसपास के क्षेत्रों में लोग गंभीर बीमारियां की गिरिफ्त में आ रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि मील से निकलने वाले कैमिकलयुक्त पानी ने पुरे क्षेत्र के पानी को जहरीला कर दिया है, उनकी पुत्री भी इसी वजह पीलिया रोग की चपेट में आयीं और उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
उन्होंने मीडिया के माध्यम से प्रशासन से गुहार लगाई है की क्षेत्र की जनता को मील से निकलने वाले प्रदूषित पानी व धुएं से निजात दिलाये। उनका कहना था कि उनकी बेटी की तरह और किसी को अपनी जान से हाथ न धोना पड़े , इसके लिए जल्द ही ठोस पहल करने की आवश्यकता है। अन्यथा मील से निकलने वाला जहरीला पानी किसानो की फसल को ही नही बल्कि लोगों के स्वास्थ्य को भी बिगाड़ देगा।
लालकुआ:
पंकज सक्सेना
दूषित पानी पीने का खामियाजा एक छात्रा को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। पीलिया रोग से ग्रसित छात्रा ने डॉ सुशीला तिवारी चिकित्सालय में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। इस घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। परिजनों का आरोप है कि क्षेत्र में सेंचुरी पेपर मील से निकलने वाले गन्दे नाले ने पुरे क्षेत्र के पानी को दूषित किया हुआ है। जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक घोडानाला शास्त्री नगर बिंदुखत्ता निवासी नन्दा बल्लभ देवराडी की 12वीं में पढ़ने वाली पुत्री कामना पीलिया रोग से ग्रषित थी। जिसे उपचार के लिए परिजनों ने डॉ सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया था। बीते 17 जुलाई को कामना ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
मृतका छात्रा के पिता नंदा बल्लभ ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र में स्थित सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल से निकलने वाले गन्दे नाले के केमिकलयुक्त पानी ने पुरे क्षेत्र के पीने वाले पानी को भी दूषित कर दिया है। यही वजह है कि आसपास के क्षेत्रों में लोग गंभीर बीमारियां की गिरिफ्त में आ रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि मील से निकलने वाले कैमिकलयुक्त पानी ने पुरे क्षेत्र के पानी को जहरीला कर दिया है, उनकी पुत्री भी इसी वजह पीलिया रोग की चपेट में आयीं और उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
उन्होंने मीडिया के माध्यम से प्रशासन से गुहार लगाई है की क्षेत्र की जनता को मील से निकलने वाले प्रदूषित पानी व धुएं से निजात दिलाये। उनका कहना था कि उनकी बेटी की तरह और किसी को अपनी जान से हाथ न धोना पड़े , इसके लिए जल्द ही ठोस पहल करने की आवश्यकता है। अन्यथा मील से निकलने वाला जहरीला पानी किसानो की फसल को ही नही बल्कि लोगों के स्वास्थ्य को भी बिगाड़ देगा।
एक टिप्पणी भेजें