इसरो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने श्रीहरिकोटा से अपने पृथ्वी अवलोकन उपग्रह RISAT-2B को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। इसरो के भरोसेमंद वर्कहोल्ड PSLV-C46 को आज सुबह 5:30 बजे सतीश धवन स्पेस सेंटर से RISAT-2B ले जाया गया।
RISAT-2B एक रडार इमेजिंग पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है जिसका वजन लगभग 615 किलोग्राम है। उपग्रह का उद्देश्य कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सेवाएं प्रदान करना है।
इसरो के अध्यक्ष डॉ. के सिवन ने मिशन में शामिल लॉन्च वाहन और उपग्रह टीमों को बधाई दी। "इस प्रक्षेपण के साथ, पीएसएलवी राष्ट्रीय, छात्र और विदेशी उपग्रहों सहित 354 उपग्रहों को लॉन्च करके 50 टन का स्थान खो देता है।"
डॉ। के सिवन ने इस मिशन अर्थात् विक्रम प्रोसेसर और कम लागत वाले MEMS आधारित जड़त्वीय नेविगेशन प्रणाली (INS) को सेमी-कॉनॉर्सेशन लेबोरेटरी (SCL), चंडीगढ़ और इस मिशन पर किए गए पिगीबैक पेलोड की प्राप्ति में शामिल टीम के प्रयासों की सराहना की। इसरो इनर्टियल सिस्टम यूनिट, तिरुवनंतपुरम क्रमशः। उन्होंने यह भी कहा कि "RISAT-2B एक उन्नत पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है, जिसमें 3.6 मीटर रेडियल रिब एंटीना की उन्नत तकनीक है"
लॉन्च की कुल संख्या में 5000 दर्शकों ने दर्शक गैलरी से लाइव देखा, जिसे लोगों के लिए खोला गया है।
इसरो अब 09 जुलाई, 16 जुलाई, 2019 की खिड़की के दौरान चंद्रयान -2 जहाज पर GSLV MkIII के प्रक्षेपण के लिए प्रयास कर रहा है, जिसमें 06 सितंबर, 2019 को चंद्रमा की उम्मीद है।
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