राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीआरपीएफ के 54 वें वीरता दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने मरणोपरांत छह जवानों को वीरता पदक भी प्रदान किए।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री कोविंद ने कहा कि 34 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों ने स्वतंत्रता के बाद देश के लिए कर्तव्य की पंक्ति में अपना जीवन बिताया है। राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद का मुकाबला करने में सीआरपीएफ की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि नागरिक देश शांतिपूर्ण माहौल में ही विकास के पथ पर आगे बढ़ सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, इस दिन, 9 अप्रैल को 1965 में सीआरपीएफ की 2 वीं बटालियन की एक छोटी टुकड़ी ने गुजरात के कच्छ के रण में सरदार पोस्ट में एक पाकिस्तानी ब्रिगेड के हमले को सफलतापूर्वक लड़ा और दोहराया। उन्होंने 34 पाकिस्तानी सैनिकों को खत्म कर दिया और चार सैनिकों को जिंदा पकड़ लिया।
फोर्स के बहादुर कर्मियों को श्रद्धांजलि के रूप में, 9 अप्रैल को सेना में वीर दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रपति ने सीआरपीएफ के शहीदों के परिजनों को सहायता के लिए वीर परिवार ऐप भी लॉन्च किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री कोविंद ने कहा कि 34 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों ने स्वतंत्रता के बाद देश के लिए कर्तव्य की पंक्ति में अपना जीवन बिताया है। राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद का मुकाबला करने में सीआरपीएफ की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि नागरिक देश शांतिपूर्ण माहौल में ही विकास के पथ पर आगे बढ़ सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, इस दिन, 9 अप्रैल को 1965 में सीआरपीएफ की 2 वीं बटालियन की एक छोटी टुकड़ी ने गुजरात के कच्छ के रण में सरदार पोस्ट में एक पाकिस्तानी ब्रिगेड के हमले को सफलतापूर्वक लड़ा और दोहराया। उन्होंने 34 पाकिस्तानी सैनिकों को खत्म कर दिया और चार सैनिकों को जिंदा पकड़ लिया।
फोर्स के बहादुर कर्मियों को श्रद्धांजलि के रूप में, 9 अप्रैल को सेना में वीर दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रपति ने सीआरपीएफ के शहीदों के परिजनों को सहायता के लिए वीर परिवार ऐप भी लॉन्च किया।
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