हरिद्वार:
जिला प्रशासन हरिद्वार द्वारा संचालित प्रेरणा निःशुल्क कोचिंग सेंटर एवं कौशल विकास केन्द्र में जिलाधिकारी हरिद्वार श्री दीपक रावत के निर्देशन में नए सत्र की कोचिंग प्रारम्भ हुई। नए सत्र में अध्ययनरत अभ्यर्थिंयों को प्रतियोगी परीक्षा के मूलमंत्र से अवगत कराया गया।
सहायक निदेशक सूचना श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव ने अभ्यर्थियों संबोधित करते हुए कहा कि सफलता के लिए योजनाबद्ध ढंग से तैयारी करने की आवश्यकता होती है।
दृढ निश्चय अर्थात् अपने निर्णय के प्रति दृढ़ता इसमें हमें सहयोग प्रदान करती है। लक्ष्य के प्रति ईमानदार रहें एवं सदैव याद रखें कि परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता। उन्होंने कहा कि किसी विषय पर 100 पुस्तकें पढ़ने से अच्छा है कि उस विषय पर एक ही पुस्तक को 100 बार पढ़ा जाए। अध्ययन को केवल सफलता पाने या रोजगार पाने तक ही सीमित न रखें, बल्कि जीवन की समस्याओं एवं असफलताओं को कैसे हैन्डल किया जाता है, इसे भी सीखना जरूरी है।
परीक्षा से पूर्व पर्याप्त नींद लें, परीक्षा केन्द्र का एक दिन पूर्व मुआयना कर लें। परीक्षा हाॅल में प्रवेश से पूर्व शौचालय का प्रयोग कर लें। उत्तर प्रश्नों के अनुरूप हों इसका ध्यान रखें। लेखन साफ-सुथरा रखें। परीक्षा के दौरान समय प्रबन्धन का अत्यधिक महत्व है।
उन्हांेने कहा कि हर व्यक्ति में अलग- अलग विशिष्टताएं होती हैं, अपनी विशिष्टताओं को पहचाने एवं अपने स्वभाव और प्रकृति के अनुसार तैयारी करें। अपना रोल माॅडल स्वयं बनें।
इस अवसर पर प्रेरणा निःशुल्क कोचिंग सेंटर एवं कौशल विकास केन्द्र समन्वयक श्री सुभाष शाक्य भी थे।
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