ऋषिकेश;
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर नर्सिंग एजुकेशन और रिसर्च (सीइएनइआर) का विधिवत लोकार्पण हो गया। बतौर मुख्य अतिथि विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु एवं आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर महाराज ने एम्स में आयोजित समारोह में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर नर्सिंग एजुकेशन एंड रिसर्च का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्री श्री रविशंकर ने संस्थान के विद्यार्थियों से शुद्ध आहार, नियमित व्यायाम, योगा, मेडिटेशन व ब्रेन योगा को जीवन में आत्मसात करने पर जोर दिया। श्री श्री ने अमेरिका में हुए एक शोध के हवाले से बताया कि नियमित तौर पर 10 से 15 मिनट ध्यान मेडिटेशन करने वाले व्यक्ति का मस्तिष्क का ग्रेमेटर का विकास होता है, जिससे उसकी सोचने समझने की क्षमता में वृद्धि होती है। आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर महाराज विद्यार्थियों को बताया कि उन्हें पढ़ने के साथ साथ अपना ज्यादातर समय प्रयोगशाला में बिताना चाहिए। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने बताया कि बच्चों को अपने कोर्स के अध्ययन के साथ ही शिक्षणेत्तर गतिविधियों संगीत, खेल आदि में भी रुचि रखनी चाहिए।
जिससे शरीर में एंडोर्फिन एवं सिरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है और मनुष्य प्रसन्न व चिर युवा बना रहता है। साथ ही जीवन में उल्लास व जोश बना रहता है। श्री श्री ने विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए उन्हें बताया कि आप लोग बहुत भाग्यशाली हैं, आपको मोक्षदायिनी मां गंगा के सानिध्य व प्रदूषण रहित वातावरण में अध्ययन के लिए वल्र्ड क्लास सुविधाएं मिल रही हैं, जो कि महानगरों में मिल पाना संभव नहीं है। इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि विश्व की आवश्यकता के अनुसार कुशल नर्सों को तैयार करने की जिम्मेदारी ऋषिकेश एम्स जैसे देश के बड़े संस्थानों की है। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने कहा कि भारत इस क्षेत्र में अपना अग्रणीय स्थान रखता है। निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने कहा कि विश्वस्तरीय शिक्षा पद्धति एवं अनुसंधान के क्षेत्र में सीइएनइआर,एम्स ऋषिकेश अपना प्रभुत्व रखता है।
इस दौरान निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने कहा कि संस्थान हेल्थ एवं एजुकेशन टूरिज्म के क्षेत्र में भी कार्य करेगा। जिससे दुनिया के लोग यहां चिकित्सा सुविधाओं का लाभ ले सकें और विद्यार्थी यहां आकर अध्ययन एवं अनुसंधान कर सकें। समारोह में उप निदेशक प्रशासन अंशुमन गुप्ता,डीन प्रो.सुरेखा किशोर, एमएस डा.ब्रह्मप्रकाश, डीन कॉलेज ऑफ नर्सिंग डा.सुरेश कुमार शर्मा,डा.सोमप्रकाश बासू, प्रो.लतिका मोहन, डा.संजीव मित्तल, डा.सुधीर सक्सेना, डा.शोभा एस.अरोड़ा, डा.राजेश पसरीचा, डा.राकेश शर्मा, डा.राजेश कटारिया,प्रसूना जैली, जेवियर, रूपेंद्र देयोल, मनीष शर्मा, रूचिका रानी, राखी, राजराजेश्वरी आदि मौजूद थे।Aद
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर नर्सिंग एजुकेशन और रिसर्च (सीइएनइआर) का विधिवत लोकार्पण हो गया। बतौर मुख्य अतिथि विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु एवं आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर महाराज ने एम्स में आयोजित समारोह में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर नर्सिंग एजुकेशन एंड रिसर्च का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्री श्री रविशंकर ने संस्थान के विद्यार्थियों से शुद्ध आहार, नियमित व्यायाम, योगा, मेडिटेशन व ब्रेन योगा को जीवन में आत्मसात करने पर जोर दिया। श्री श्री ने अमेरिका में हुए एक शोध के हवाले से बताया कि नियमित तौर पर 10 से 15 मिनट ध्यान मेडिटेशन करने वाले व्यक्ति का मस्तिष्क का ग्रेमेटर का विकास होता है, जिससे उसकी सोचने समझने की क्षमता में वृद्धि होती है। आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर महाराज विद्यार्थियों को बताया कि उन्हें पढ़ने के साथ साथ अपना ज्यादातर समय प्रयोगशाला में बिताना चाहिए। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने बताया कि बच्चों को अपने कोर्स के अध्ययन के साथ ही शिक्षणेत्तर गतिविधियों संगीत, खेल आदि में भी रुचि रखनी चाहिए।
जिससे शरीर में एंडोर्फिन एवं सिरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है और मनुष्य प्रसन्न व चिर युवा बना रहता है। साथ ही जीवन में उल्लास व जोश बना रहता है। श्री श्री ने विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए उन्हें बताया कि आप लोग बहुत भाग्यशाली हैं, आपको मोक्षदायिनी मां गंगा के सानिध्य व प्रदूषण रहित वातावरण में अध्ययन के लिए वल्र्ड क्लास सुविधाएं मिल रही हैं, जो कि महानगरों में मिल पाना संभव नहीं है। इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि विश्व की आवश्यकता के अनुसार कुशल नर्सों को तैयार करने की जिम्मेदारी ऋषिकेश एम्स जैसे देश के बड़े संस्थानों की है। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने कहा कि भारत इस क्षेत्र में अपना अग्रणीय स्थान रखता है। निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने कहा कि विश्वस्तरीय शिक्षा पद्धति एवं अनुसंधान के क्षेत्र में सीइएनइआर,एम्स ऋषिकेश अपना प्रभुत्व रखता है।
इस दौरान निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने कहा कि संस्थान हेल्थ एवं एजुकेशन टूरिज्म के क्षेत्र में भी कार्य करेगा। जिससे दुनिया के लोग यहां चिकित्सा सुविधाओं का लाभ ले सकें और विद्यार्थी यहां आकर अध्ययन एवं अनुसंधान कर सकें। समारोह में उप निदेशक प्रशासन अंशुमन गुप्ता,डीन प्रो.सुरेखा किशोर, एमएस डा.ब्रह्मप्रकाश, डीन कॉलेज ऑफ नर्सिंग डा.सुरेश कुमार शर्मा,डा.सोमप्रकाश बासू, प्रो.लतिका मोहन, डा.संजीव मित्तल, डा.सुधीर सक्सेना, डा.शोभा एस.अरोड़ा, डा.राजेश पसरीचा, डा.राकेश शर्मा, डा.राजेश कटारिया,प्रसूना जैली, जेवियर, रूपेंद्र देयोल, मनीष शर्मा, रूचिका रानी, राखी, राजराजेश्वरी आदि मौजूद थे।Aद
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