भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने राजनीतिक योद्धाओं के नाम तय कर दिए हैं। कल तक सभी के नाम विधिवत रूप से घोषित हो जाएंगे और उसके बाद भाजपा प्रत्याशी नामांकन करना शुरू कर देंगे। भाजपा के शीर्ष सूत्रों ने बताया है कि हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री एवं मौजूदा सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को ही चुनाव मैदान में उतारा जा रहा है।
हालांकि स्थानीय मुद्दे के चलते डॉ निशंक का नाम बड़ी जद्दोजहद के बाद तय हो सका है। जिसमें उनके मुकाबले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सलाहकार डॉ नरेंद्र सिंह का नाम पर सूची को फाइनल टच देने के दौरान तक विचार हुआ। लेकिन राज्य में 2 ब्राह्मण दो ठाकुर और एक अनुसूचित जाति के फार्मूले के कारण डॉक्टर नरेंद्र सिंह का नाम अचानक सूची से बाहर हो गया।
भाजपा सूत्रों ने बताया है कि यदि पूरी सीट पर तीरथ सिंह रावत के बजाय किसी ब्राह्मण नेता के नाम पर विचार होता तो शायद हरिद्वार लोकसभा सीट पर डॉ नरेंद्र सिंह का नाम तय होता। लेकिन पौड़ी लोकसभा सीट पर तीरथ सिंह रावत का नाम तय हो गया। जिस कारण डॉ निशंक को हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की हरी झंडी मिल गई कहा जा रहा है कि प्रत्याशियों के चयन करने के दौरान डॉ निशंक को पौड़ी से चुनाव लड़ाने की भी चर्चा रही लेकिन कोई भी समीकरण फिट नहीं बैठ पाए जिस कारण डॉ निशंक को ही चुनाव लड़ने का अवसर प्राप्त हो गया।
टिहरी लोकसभा सीट पर मौजूदा सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह ही भाजपा से चुनाव लड़ेंगे उनके मुकाबले किसी अन्य नेता की दावेदारी बहुत अधिक मजबूती के साथ सामने नहीं आई इसके चलते हाईकमान ने शुरू से लेकर अंतिम तक उन्हीं के नाम पर विचार रहा।
बता दें कि माला राज्यलक्ष्मी शाह को दो ठाकुर दो ब्राह्मण और 1 अनुसूचित जाति के फार्मूले का पूरा लाभ मिला। केंद्रीय मंत्री एवं सांसद अजय टम्टा को भी चुनाव लड़ने की हरी झंडी मिल गई है। उनके मुकाबले कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य और भाजपा के एक विधायक का नाम चर्चा में रहा। लेकिन पार्टी हाईकमान ने पूरी तरह तय कर दिया था कि किसी विधायक मंत्री को चुनाव नहीं लड़ा जाएगा।
जिस कारण अजय टम्टा को फिर से चुनाव का नाम भाजपा प्रत्याशी के रूप में आसानी से फाइनल हो गया। नैनीताल लोकसभा सीट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का नाम फाइनल माना जा रहा है। यदि पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी चुनाव लड़ने के लिए तैयार होते हैं तो फिर इस सीट पर के साथ ही पौड़ी सीट पर भी थोड़ा बदलाव की संभावना रहेगी अन्यथा अजय भट्ट का नाम लगभग तय है।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि हरिद्वार टिहरी अल्मोड़ा सीट पर अब कोई बदलाव की संभावना नहीं है। यदि ताजा सियासी समीकरणों पर गौर करें तो तीरथ सिंह रावत और अजय भट्ट का नाम भी फाइनल है तीरथ सिंह रावत को टिकट दिलाने में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विशेष भूमिका रही है। माना जा रहा है कि इसीलिए तीरथ सिंह रावत मुख्यमंत्री के साथ ही दिल्ली से देहरादून लौटे ।
तीरथ सिंह रावत को पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी लोकसभा का चुनाव लड़ाना चाहते थे। उनके द्वारा तीरथ सिंह रावत का नाम कई बार हाईकमान के समक्ष पेश किया गया। कहा जा रहा है कि इसीलिए हाईकमान ने अब जानबूझकर खंडूरी की इच्छाओं का ख्याल रखा है।।वहीं नैनीताल सीट पर भगत सिंह कोश्यारी की मर्जी से ही अजय भट्ट का नाम आगे बढ़ा है। मंगलवार को सभी नामों की घोषणा हो जाएगी।
रिपोर्ट राहुल चौहान
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