आजादी के 70 साल बाद भी गांव तक नही पहुँची सड़क तो ग्रामीण गैंती,सब्बल,फावड़े लेकर खुद लगे सड़क् निर्माण में
घनसाली (टिहरी गढ़वाल)
कृष्ण गोविंद
जिले के घनसाली के कांगड़ा गांव के ग्रामीण शासन-प्रशासन को आइना दिखाते हुए खुद ही सड़क निर्माण में जुट गये।सरकारी आश्वासन की बाट जोहते जोहते उनकी आंखें पथरा गयी तो कांगड़ा गांव के लोगों ने गांव तक सड़क पहुंचाने के लिए गैती, फावड़ा और सब्बल उठा कर स्वयं ही मोटर मार्ग निर्माण शुरू कर दिया।
बाता दें कि वर्ष 2002 में चमियाला से कांगड़ा तक 10 किमी मोटर मार्ग की स्वीकृति मिली थी, लेकिन उस समय सड़क के हेड निर्माण पर विवाद होने के कारण मोटर मार्ग का निर्माण शुरू नहीं हो पाया था। वर्ष 2016 में फिर से सड़क का हेड चयन होने के बाद मोटर मार्ग का निर्माण लोनिवि ने शुरू किया। एक करोड़ 62 लाख खर्च कर लोनिवि 4.50 किमी सड़क का ही निर्माण कर पाया है।
आधी-अधूरी सड़क का कांगड़ा और हल्दी गांव में निवासरत 200 परिवारों को कोई लाभ नहीं मिल पाया है। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को अब भी 10 किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ रही है।
ऐंसे में ग्रामीण बिना जेसीबी की मदद से अब खुद ही गैंती,सब्बल,फावड़े की मदद से सड़क निमार्ण कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि आज भी जब गांव के कोई व्यक्ति बीमार होता है या किसी महिला को प्रशव पीड़ा होती है तो उन्हें 10 किमी0 पैदल चलकर कुर्सी के सहारे सड़क तक पहुचाया जाता है ।कई लोग आधे रास्ते मे ही दम तोड़ देते हैं। शासन प्रशासन की बेरुखी के चलते अब ग्रामीण स्वयं सड़क निर्माण में जुट गए हैं
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