देहरादून;
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की शिक्षण संस्थाओं में आये दिन , जब से कश्मीरी छात्रों के देश द्रोह के किस्से सुनने में आये है तब से राज्य के युवा सोचने को मजबूर हो गए , कि कश्मीर के आतंक का प्रभाव हमारे शांतिप्रिय राज्य में न पड़ जाए।
इसी सन्दर्भ में युवाओं ने डीएम देहरादून को ज्ञापन देते हुए कहा कि उत्तराखंड एक धार्मिक व शांतिप्रिय राज्य है ,अतः इसकी शांति बनाए रखने के लिये, उत्तराखंड में कश्मीरी छात्रों को शिक्षण संस्थानों में प्रवेश ना दिया जाए।
ज्ञापन देने वालों मे विभिन्न शिक्षण संस्थाओं डीबीएस,, एसबीएस हिमालयन यूनिवर्सिटी, ग्राफ़िक एरा, डी एवी कॉलेज के रेस्टी सिंह शुभम अहूजा रजनीश नेगी रमनजीत सिंह रजनीश नेगी डॉक्टर यश वेदवाल बिट्टू सृष्टि कामना देवी प्रसन्ना कैलाश चौहान अभिमन्यु भारद्वाज रजत रावत सौरभ कुमार मनोज राम कोठियाल हितांशु आदि शामिल थे।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की शिक्षण संस्थाओं में आये दिन , जब से कश्मीरी छात्रों के देश द्रोह के किस्से सुनने में आये है तब से राज्य के युवा सोचने को मजबूर हो गए , कि कश्मीर के आतंक का प्रभाव हमारे शांतिप्रिय राज्य में न पड़ जाए।
इसी सन्दर्भ में युवाओं ने डीएम देहरादून को ज्ञापन देते हुए कहा कि उत्तराखंड एक धार्मिक व शांतिप्रिय राज्य है ,अतः इसकी शांति बनाए रखने के लिये, उत्तराखंड में कश्मीरी छात्रों को शिक्षण संस्थानों में प्रवेश ना दिया जाए।
ज्ञापन देने वालों मे विभिन्न शिक्षण संस्थाओं डीबीएस,, एसबीएस हिमालयन यूनिवर्सिटी, ग्राफ़िक एरा, डी एवी कॉलेज के रेस्टी सिंह शुभम अहूजा रजनीश नेगी रमनजीत सिंह रजनीश नेगी डॉक्टर यश वेदवाल बिट्टू सृष्टि कामना देवी प्रसन्ना कैलाश चौहान अभिमन्यु भारद्वाज रजत रावत सौरभ कुमार मनोज राम कोठियाल हितांशु आदि शामिल थे।
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