डोईवाला:
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के हिमालयन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में सिविल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से एक गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर टाटा लिमिटेड प्रोजेक्ट से आए अनूप डोबरियाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है, बड़े शहरों के अलावा छोटे शहरों में भी विकास की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
उन्होंने कहा कि आज के समय में सिविल इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों के लिए अवसरों की भरमार है, सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कदम रखने वाले छात्रों के रियल एस्टेट के अलावा कई सारे पुल निर्माण, सड़कों, एयरपोर्ट, डैम जैसे निर्माण में प्लानिंग, डिजाइनिंग व संरचनात्मक को बनाने में निर्माण के अवसर है। इंजीनियरिंग कॉलेज के डीन डॉ. आरसी रमोला ने कहा कि सिविल इंजीनियरिंग का कार्यक्षेत्र काफी फैला हुआ है, इसमें जरूरत इस बात की है कि छात्र अपनी सुविधा अनुसार किसी भी क्षेत्र को चुन सकते हैं।
उन्होंने कहा कि छात्रों को समझना होगा कि बिना रचनात्मक कौशल के इसमें सफलता मिलनी काफी मुश्किल है, एक सिविल इंजीनियर को रोज एक नए प्रोजेक्ट को चुनौतियों के रूप् में काम करना पड़ता है, साथ ही दबाव में बेहतर करने व संगठनात्मक गुण का होना आवश्यक है। सिविल लेक्चर में छात्रों को बताया गया कि सिविल इंजीनियरिंग में कंस्ट्रक्शन प्लांट इंजीनियर, टेक्निशियन, प्लानिंग इंजीनियर, कस्ट्रशन प्रोजेक्ट इंजीनियर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर व सुपरवाइजर जैसे अवसर हैं।
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