नरेंद्र नगर;
वाचस्पति रयाल
भारत सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में एक" बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" के अंतर्गत बाल विकास परियोजना के तत्वावधान में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ,सुपरवाइजरों तथा यहां स्थित बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा बड़ी संख्या में एकत्रित होकर शहर के मुख्य मार्गों पर एक जोरदार जागरूकता रैली निकाली गई।
रैली के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ,सुपरवाइजरों तथा छात्राओं ने अपने हाथों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्लोगनों से लिखी तख्तियां ली हुई थीं।
रैली का नेतृत्व बाल विकास परियोजना अधिकारी डॉ शिखा कंडवाल कर रही थी।
रैली पंत चौराहे से बाजार लाइन, नंदी बैल, शिवमूर्ति स्थल,सुमन अस्पताल रोड से होती हुई बाल विकास परियोजना कार्यालय ग्राउंड पर पहुंचने के साथ एक सभा में तब्दील हो गई।
सभा को संबोधित करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी डॉक्टर शिखा कंडवाल ने कहा कि आज के बदलते सामाजिक परिवेश में बालिकाओं का दर्जा पुरुषों के मुकाबले कहीं कम नहीं है, उन्होंने राजनीति, अंतरिक्ष, खेल ,साहित्य एवं एडवेंचर्स के क्षेत्र में नाम रोशन करने वाली महिलाओं के नाम गिनाते हुए कहा कि महिलाओं में कठिन से कठिन दौर से गुजरने और काम करने की क्षमताएं हैं ,बशर्ते कि उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाए और सुविधाएं प्रदान की जाएं।
डॉक्टर शिखा ने पोस्को, लैंगिक अपराध ,पीसी एंड पीएन डीसी के बारे में गहन जानकारी देने के साथ बताया कि लिंग परीक्षण ही भ्रूण हत्या को जन्म देती है ,अतः लिंग परीक्षण घोर अपराध की श्रेणी में है इस बारे में सभी को जागरूक किया जाना आवश्यक है। विकासखंड स्तर पर गांव चित्र में 13 बैठकें आयोजित की जानी है जिनमें कुछ हो चुकी हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान जिन बालिकाओं में आयरन की कमी पाई गई उन्हें आयरन के लड्डू तथा जिनमें हीमोग्लोबिन की कमी पाई गई उन्हें आंवला कैंडी प्रतिदिन दी जा रही है।
इस मौके पर बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य श्रीमती राजकुमारी प्रसाद सिंह, शमा बानो, श्रीमती शशि नेगी तथा पूर्णिमा चौहान आदि उपस्थित थे
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