ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्रो मे आधार केन्द्र ना होने से ग्रामीणो को शहर की दौड लगानी पड रही है । वहीं अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों इस समस्या से जूझना पड रहा है । जहां अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आधार मे त्रुटि को सही करवाने एव बच्चों के आधार बनवाने के लिये शहरों की दौड लगानी पड रही है ।जहां पर शहर मे खुले सरकारी कार्यालय मे आधार के लिये ग्रामीणों को घंटों अपनी बारी का इतजार करना पड रहा है ।शहर मे बने सरकारी कार्यालय पर आधार बनाने के लिये सीमित संख्या मे एक दिन मे बीस से तीस टोकन दिये जा रहे है । जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को खाली हाथ लौटना पड रहा है । वहीं आधार के लिये ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शहर के चक्कर काटने पड रहे है । शहर मे चुनिंदा सरकारी कार्यालय मे होने से भी आधार कार्ड बनाने मे परेशानी का सामना करना पड रहा है ।जहां अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिये आधार कार्ड बनाना के शहर के चक्कर काटने पड रहे है । वहीं सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण क्षेत्र के बुर्जुग एवं बच्चों को हो रही है । जहां पर आधार बनाने के लिये घंटों लाईन पर लगने के बाद भी कही बार खाली हाथ लौटना पड रहा है । ऋषिकेश ग्रामीण क्षेत्र के किसी भी सरकारी कार्यालय मे आधार केन्द्र ना खुलने से ग्रामीणो को परेशानी का सामना करना पड रहा है । सामाजिक कार्यकर्त्ता देवेन्द्र सेमवाल ने जिलाधिकारी से ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी कार्यालयों मे आधार केंद्र खोलने की माँग की ।
उत्तम सिंह
ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्रो मे आधार केन्द्र ना होने से ग्रामीणो को शहर की दौड लगानी पड रही है । वहीं अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों इस समस्या से जूझना पड रहा है । जहां अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आधार मे त्रुटि को सही करवाने एव बच्चों के आधार बनवाने के लिये शहरों की दौड लगानी पड रही है ।जहां पर शहर मे खुले सरकारी कार्यालय मे आधार के लिये ग्रामीणों को घंटों अपनी बारी का इतजार करना पड रहा है ।शहर मे बने सरकारी कार्यालय पर आधार बनाने के लिये सीमित संख्या मे एक दिन मे बीस से तीस टोकन दिये जा रहे है । जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को खाली हाथ लौटना पड रहा है । वहीं आधार के लिये ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शहर के चक्कर काटने पड रहे है । शहर मे चुनिंदा सरकारी कार्यालय मे होने से भी आधार कार्ड बनाने मे परेशानी का सामना करना पड रहा है ।जहां अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिये आधार कार्ड बनाना के शहर के चक्कर काटने पड रहे है । वहीं सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण क्षेत्र के बुर्जुग एवं बच्चों को हो रही है । जहां पर आधार बनाने के लिये घंटों लाईन पर लगने के बाद भी कही बार खाली हाथ लौटना पड रहा है । ऋषिकेश ग्रामीण क्षेत्र के किसी भी सरकारी कार्यालय मे आधार केन्द्र ना खुलने से ग्रामीणो को परेशानी का सामना करना पड रहा है । सामाजिक कार्यकर्त्ता देवेन्द्र सेमवाल ने जिलाधिकारी से ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी कार्यालयों मे आधार केंद्र खोलने की माँग की ।
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