स्कीमर से डेटा चोरी कर फर्जी एटीएम क्लोन बनाकर एकाउंट से रुपया निकलने वाले अंतरराज्यीय गैंग के 03 अभियुक्त मय डिवाइसेस के गिरफ्तार
दिनाँक 21 दिसंबर 2018 को थाना कोतवाली नगर पर श्री सिमरनजीत सिंह पुत्र श्री हरजीत सिंह नि0 135 धामावाला देहरादून ने आकर लिखित शिकायत दी कि उनका एक खाता सिमरन ज्वेलर्स के नाम से sbi शाखा कचहरी देहरादून से दिनाँक 21 दिसंबर की सुबह इनके मोबाइल पर 2 लाख 5 हज़ार रुपये खाते से निकलने का मैसेज देखा तो, घबरा गए कि उन्होंने तो कोई भी पैसा एकाउंट से नही निकाला है, और atm भी उनके पास है, तब इन्होंने बैंक जाकर खाते की स्टेटमेंट्स निकलवाई जिसमे रोहिणी दिल्ली के एटीएम से उक्त रुपये निकले गए हैं, इस सूचना पर थाना पर तत्काल उचित धाराओ में अभियोग पंजीकृत किया गया, तथा जनपदमें उक्त प्रकार की ठगी होने के मध्यनजर इसकी सूचना उच्चाधिकारी गणो को दी गयी, जिस पर उक्त घटना को गम्भीरता से लेते हुए श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा उक्त घटना के शीघ्र अनावरण हेतु थाना कोतवाली पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए, जिसके अनुपालन में श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर व सी ओ सिटी के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक के निर्देशन तथा व0उप0 निरीक्षक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, टीम द्वारा उक्त प्रकार की पूर्व में हुई घटनाओ में प्रकास मे आये अभियुक्त गणो के संबंध में जनपद के जिला अपराध शाखा से जानकारी प्राप्त की गई, उनका सत्यापन किया गया, फलस्वरूप कोई विशेष सफलता नही मिल पाई।
तत्पश्चात वादी के एकाउंट की डिटेल्स का गहनता से अवलोकन किया गया तो रोहिणी दिल्ली से एक एटीएम से रुपयों की निकासी होना पाया गया, टीम द्वारा उक्त atm की सीसीटीव futtage प्राप्त की गई, तो दो व्यक्ति पैसों की निकासी करते हुए देखे गए, तथा तभी futtage से ये भी जानकारी मिली कि इनके द्वारा पैसे निकालने के बाद नगद रुपये को दूसरे cdm (cash deposit machine) से किसी एकाउंट में इनके द्वारा नगद पैसा ट्रांसफर किया गया, संबंधित बैंक में जाकर उक्त ट्रांजेक्शन के एकाउंट की जानकारी की गई तो उक्त एकाउंट किसी बबिता नि0 हिसवा जिला नवादा विहर के नाम से पाया गया, जिसमे 5000 रुपये का अभियुक्तो द्वारा ट्रांसफर किया गया था। उक्त पते को वेरिफाई करने के लिए टीम तत्काल दिल्ली से नवादा बिहार पहुची यहां पर उक्त महिला से जानकारी मिली कि उक्त खाते को उसका भाई रोहित उर्फ चमन इस्तेमाल करता है, दिनाँक 9 जनवरी को रोहित उर्फ चमन को स्थानीय थाना हिसवा में पूछताछ की गई तो जानकारी मिली कि रोहित दो दिन पहले ही दिल्ली से आया है, इसके दो साथी और हैं, इसी के ग्राम का आयुष कुमार जो कि दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है, और उसका दोस्त रंजीत सिंह जो देहरादून में मोती महल होटल में बेटर का काम करता है, तीनो ने ज्यादा पैसा कमाने की योजना बनाई , आयुष ने स्कीमर ऑनलाइन मंगाया और रंजीत को स्कीमर देकर उसको अच्छे से समझाकर होटल में भेज दिया था वहाँ पर रंजीत द्वारा एक व्यक्ति के एटीएम को स्कीमर में लगाकर उसका डेटा ले लिया था, और जब वह व्यक्ति swipe मशीन में अपना कोड नम्बर डाल रहा था तो उसका कोड भी रंजीत ने देख लिया था, उसके बाद वह स्कीमर आयुष को दे दिया था, आयुष ने उस स्कीमर से क्लोन atm तैयार कर फिर हम दोनों द्वारा रोहिणी में ही एक एटीएम से पैसे चेक किये उस खाते में 2 लाख 5 हज़ार रुपये थे, सभी पैसों को निकाल लिया था, और पैसे आपस मे बांट लियेथे तभी उनमे से 5 हज़ार रुपये मेरे द्वारा अपनी बहन के एकाउंट में cdm से कॅश डाल दिये थे, उक्त जानकारी केआधार पर रोहित उर्फ चमन को गिरफ्तार किया गया, तथा लोकल न्यायालय में ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाकर दिनाँक 12 जनवरी को मान0 न्यायालय पेश किया गया।
उसके बाद जरिये पुलिस सूत्र सूचना मिली कि अन्य दो atm स्वेपिंग से संबंधित अभियुक्त देहरादून में है, और दिल्ली जाने के लिए रेलवे स्टेशन पर आने वाले है, इस सूचना पर तत्काल टीम रेलवे स्टेशन पर पहुची और मुखविर व futtage सेप्राप्त फ़ोटो से पहचान कर उक्त दोनों को भी कल दिनाँक 12 जनवरी 2019 को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई तथा इनके कब्जे से स्कीमर आदि अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस बरामद हुई है, अभियुक्त गणो को आज मान0 न्यायालय पेश किया जा रहा है।
अभियुक्तगण रंजीत सिंह पुत्र पिंटू सिंह नि0 कुष्ठ आश्रम देवी तालाब चौक जालंधर पंजाब
हाल किरायेदार- लास्ट इंदर रोड शिवपुरी कॉलोनी, नियर लष्मीदेवी स्कूल रोटरी क्लब थाना रायपुर, देहरादून। उम्र 28 वर्ष।
और
आयुष कुमार पुत्र अनमोल कुमार नि0 ग्राम दौलतपुर थाना सीतामढ़ी जिला नवादा, बिहार।
हाल पता- म0न0 117, गली नवम्बर 111, थाना बुराड़ी, नई दिल्ली। उम्र 21 वर्ष
और
रोहित उर्फ चमन कुमार पुत्र सुनील कुमार नि0 उपरोक्त। उम्र 19 वर्ष।
को निम्न वस्तुओं
1- मैग्नेटिक कार्ड रीडर-1
2- वाई फाई कैमरा मय एंटीना-1
3- कार्ड रीडर पार्ट्स( बेटरी, मैग्नेटिक, रीडर हेड, स्टिकर)
4- पोर्टेबल एटीएम कार्ड रीडर-1
5- ब्लेंक एटीम कार्ड -3
6- sbi डेबिट कार्ड-1 गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ पर अभियुक्त रंजीत ने बताया कि यह 10th class पास है, अपनी पत्नी व 1 बच्ची के साथ उक्त पते पर रहता है, यह करीब 4-5 साल से रह रहा है, मुख्यरूप से हॉस्पिटल से जब कोई मरीज घर पर जाता है तो होम केयरिंग का काम करता था ।10- 12 हज़ार रुपये ही कमा पता था, इसी बीच इसका दोस्त आयुष अपने एक अन्य साथी रोहित उर्फ चमन के साथ करीब 1 महीना पहले देहरादून आया था उसके घर पर ही रुककर आयुष ने ज्यादा पैसा कमाने की बात कहकर स्कीमर की योजना बताई थी, जिस पर सभी ने सहमति देकर आगे रंजीत को किसी होटल में काम करने के लिए कहा गया, तो रंजीत होटल मोती महल में बेटर की नोकरी पर लग गया और आयुष द्वारा दिये गए स्कीमर को अपने साथ रख लिया और टारगेट की तलाश में रहने लगा, एक दिन एक सरदार जी आये जो कि नशे की हालत में थे तभी एटीएम से स्वाइप के दौरान रंजीत ने स्कीमर में भी डेटा ले लिया और कोड को वादी द्वारा डालते वक़्त बड़ी सावधानी से देख कर नोट कर लिया। उसके बाद यह स्कीमर को लेकर खुद दिल्ली चला गया वह पर आयुष ने स्कीमर के डेटा से एटीएम क्लोन तयार किया और तीनों के द्वारा एटीएम से पैसा निकाल लिया, और आपस में बाँट लिया, इसने आयुष द्वारा ही सभी डिवाइसेस का इंतेज़ाम किया था, स्कीमर ऑनलाइन मंगाया गया था, आयुष व रोहित दोनों एक ही ग्राम के रहने वाले हैं, दोनों दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, ज्यादा पैसा कमाने के लालच में ये सब इन्होंने विक्की नाम के लड़के से सीखा था, इनके द्वारा अन्य शहरों में भी एटीएम पर स्कीमर लगाकर क्लोन एटीएम तैयार कर पैसा निकालने की अन्य घटनाओ के बारे में भी जानकारी दी है।
संबंधित थाना पुलिस से जानकारी कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। इन्होंने ये भी बताया कि आयुष और रंजीत मेरठ में दोनों एक साथ पढ़ते थे तभी इनकी दोस्ती हो गयी थी तब से दोनों एक दूसरे के संपर्क में थे, तथा अब तक जो भी पैसा कमाया गया वह इन्होंने खर्च कर दिया है, इनके द्वारा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी दी गयी है, जिसका परीक्षण कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। इस प्रकार पुलिस टीम द्वारा प्रोफेशनल पोलिसिंग
टेक्टिक्स के माध्यम से एक शातिर एटीएम स्कीमर गैंग का पर्दाफाश किया गया है। जिसकी भूरी भूरी प्रंशसा की गई है।
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली, श्री एस0एस0 नेगी, व0उप0निरीक्षक, अशोक राठौड़, उप0निरी0 प्रदीप रावत, i/c लक्खीबाग,उप0निरी0, नरेंद्र पूरी, कानि0 अरशद, कानि0 लोकेंद्र, कानि0 नवीन, कानि0 रविशंकर, कानि0 गजेंद्र, कानि0 प्रमोद, अमित sog देहरादून शमिल रहे।
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