देहरादून:
मुख्यमंत्री
श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस’ के अवसर पर
प्रदेशवासिंयों को शुभकामनाएं दी हैं। ‘सशस्त्र सेना झण्डा दिवस’ की पूर्व
संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि यह
दिन राष्ट्र के सजग प्रहरियों के अविस्मरणीय बलिदानों और सेवाओं को स्मरण
करने और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का अवसर है। अदम्य साहस, पराक्रम
एवं देश की रक्षा हेतु प्राणों की आहुति देने वाले तथा विषम परिस्थितियों
में आम नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले हमारे वीर
सैनिकों पर भारत के प्रत्येक नागरिक को गर्व है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के प्रत्येक नागरिक से ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष’ में सैनिक परिवारों के कल्याण के लिए अपना योगदान देने की अपील की है।
क्यों मनाया जाता है -----
सशस्त्र सेना झंडा दिवस या झंडा दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों के कल्याण हेतु भारत की जनता से धन-संग्रह के प्रति समर्पित एक दिन है। यह 1949 से 7 दिसम्बर को भारत में प्रतिवर्ष मनाया जाता है।मुख्यमंत्री ने प्रदेश के प्रत्येक नागरिक से ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष’ में सैनिक परिवारों के कल्याण के लिए अपना योगदान देने की अपील की है।
क्यों मनाया जाता है -----
सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर हुए धन संग्रह के तीन मुख्य उद्देश्य है- १. युद्ध के समय हुई जनहानि में सहयोग, २. सेना में कार्यरत कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण और सहयोग हेतु, ३. सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण हेतु।
इस दिवस पर धन-संग्रह सशस्त्र सेना के प्रतीक चिन्ह झंडे को बाँट कर किया जाता है। इस झंडे में तीन रंग (लाल, गहरा नीला और हल्का नीला) तीनों सेनाओं को प्रदर्शित करते है।
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