देहरादून दुग्ध संघ मे टेण्डर प्रक्रिया से लेकर दुध खरीद तक अनियमिताये है । जहां कोई रोकने टोकने वाला नहीं है । जहां पर भयमुक्त भ्रष्टाचार चल रहा है । ऐसा ही कुछ मामले को आरटीआई कार्यकर्त्ता शीतल नौटियाल को मिले पत्र के जवाब पर खुली अनियमिताये एवं भ्रष्टाचार झलक रहा है । अभी कुछ समय पूर्व सूचना माँगने वाले आरटीआई कार्यकर्ता का दूध लेना बन्द कर दिया था । जिसमें आरटीआई कार्यकर्त्ता के समर्थन मे उत्पादकों के विरोध पर दुग्ध संघ के प्रभारी प्रबंधन को बैकपुट आना पडा । देहरादून दुग्ध दुग्ध संघ के प्रभारी प्रबन्धक के भ्रष्टाचार एव अनियमिताये मे शामिल होने की शिकायत भी की । टेण्डर प्रकिया मे भारी अनियमिताये पायी गयी है। दुग्ध मंत्री को भी भेजे गये पत्र मे भी देहरादून दुग्ध संघ के प्रभारी प्रबन्धक की अनियमिताये की शिकायत । जिसमें दुग्ध संघ द्वारा बाहर से मानकों के विपरीत दूध प्राईवेट डेयरियों से बिना बिना अनुमति के मंहगे दामो खरीदा जाता है । हाल मे कुछ समय पहले आँचल दूध के सैम्पल भी फेल हुये ।लेकिन ऐसा लगता दुग्ध संघ मे भयमुक्त भ्रष्टाचार चल रहा है ।अब देखना होगा कि पूरे मामले प्रदेश भ्रष्टाचार मुक्त नारा देने वाली सरकार क्या कार्यवाही करती है ।
उत्तम सिंह की रिपोर्ट
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