जहां देवभूमि है, सनातन समाज का आधार है, चारों धाम का केंद्र बिन्दु,और करोड़ों हिंदुओं के इष्ट श्री केदारनाथ है, उन्ही की पृष्ठभूमि पर आपदा के समय को लेकर बनाई गई फ़िल्म रिलीज़ होने से पहले ही विवादों में घिर गई।
सारा-सुशांत की फिल्म "केदारनाथ" आगामी 07 दिसम्बर को रिलीज होनेवाली है।करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र केदारनाथ में हुई ,2013 की बड़ी त्रासदी की पृष्ठभूमि पर एक रोमांटिक लव स्टोरी बनाकर फिल्म निर्माताओं ने जताया दिया कि उन्हें धर्मिक आस्थाओं पर चोट
फिल्म ‘केदारनाथ’ का ट्रेलर , सुशांत सिंह राजपूत के साथ दिखेंगी सैफ अली खान की बेटी सारा #बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान की डेब्यू फिल्म ‘केदारनाथ’ का ट्रेलर रिलीज हो गया है. फिल्म के ट्रेलर का सभी को काफी समय से इंतजार था. फिल्म में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत लीड रोल में दिखाई देने वाले हैं. इसमें वो एक खुशमिजाज, कठिन परिश्रम करने वाले मुस्लिम लड़के के किरदार में हैं. ये लड़का अपना घर चलाने के लिए केदारनाथ धाम के यात्रियों के लिए पिट्ठू का काम करता है. वहीं सारा अली खान खूबसूरत हिंदू लड़की के रोल में हैं.
केदारनाथ’ साल 2013 में उत्तराखंड में आई तबाही पर आधारित है, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं की जान चली गई थी । सारा-सुशांत की ‘केदारनाथ’ धार्मिक मान्यताओं के विरुद्ध: 07 सात दिसंबर को रिलीज हो रही अभिषेक कपूर निर्देशित यह फिल्म बाढ़ में फंसी एक हिंदू श्रद्धालु को एक मुस्लिम द्वारा बचाये जाने के बाद दोनों के बीच पनपे प्यार की कहानी है. ।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता द्वारा फिल्म ‘केदारनाथ’ में लव जेहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाकर इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग पर फिल्म के निर्माताओं ने सोमवार को कहा कि फिल्म का मकसद किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं है.
‘केदारनाथ’ के ट्रेलर लॉन्च के अवसर पर रोनी स्क्रूवाला और निर्देशक अभिषेक कपूर ने फिल्म का बचाव किया. फिल्म में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और बॉलीवुड में पदार्पण कर रहीं अभिनेता सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान हैं.
भाजपा के एक नेता ने पिछले सप्ताह सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को पत्र लिखकर 2013 में हिंदू तीर्थ स्थल केदारनाथ में आई त्रासदी पर बनी इस फिल्म पर ध्यान दिलाया था. फिल्म में एक मुस्लिम व्यक्ति एक हिंदू लड़की से प्यार करने लगता है. स्क्रूवाला ने लोगों से कोई राय कायम करने से पहले फिल्म देखने की अपील की. कपूर ने कहा, “हमने पहले ट्रेलर रिलीज किया था, और अब लोगों को ट्रेलर देखकर और पता चलेगा कि फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है.”
उत्तराखंड में साल 2013 में आई विनाशकारी बाढ़ की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म केदारनाथ पर प्रतिबंध लगाने की शनिवार को मांग करते हुए आरोप लगाया कि यह हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है और लव जिहाद को बढ़ावा देती है।
राज्य में भाजपा की मीडिया रिलेशंस टीम से जुड़े अजेंद्र अजय ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को लिखा कि सबसे खराब मानवीय आपदाओं में से एक की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म हिंदुओं की भावनाओं का मजाक बनाती है। फिल्म का निर्देशन अभिषेक कपूर ने किया है।
फिल्म के टीजर में मुख्य कलाकार सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान के बीच एक चुंबन दृश्य दिखाया गया है और इसके पोस्टरों में टैगलाइन है ‘लव इज ए पिलग्रिमेज’, इस पर आपत्ति जताते हुए भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि यह हिंदू धर्म पर हमला है क्योंकि केदारनाथ करोड़ों हिंदुओं की आस्था को व्यक्त करता है। करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र केदारनाथ में हुई इस बड़ी त्रासदी की पृष्ठभूमि पर यह रोमांटिक लव स्टोरी बनाकर फिल्म निर्माताओं ने इस धर्म को मानने वालों के प्रति बड़ा अनादर दिखाया है। और ये भी कहा गया है कि यह कहानी आपदा के दौरान पनपे प्यार को बयां करेगी। इस फिल्म की कहानी चार धामों में एक केदारनाथ धाम की पृष्ठभूमि पर रची गई है। यह एक प्रेम कहानी है जहां प्यार और धर्म, जुनून और आध्यात्मिकता का मिलन होगा।
राज्य में भाजपा की मीडिया रिलेशंस टीम से जुड़े अजेंद्र अजय ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को लिखा कि सबसे खराब मानवीय आपदाओं में से एक की पृष्ठभूमि पर बनी यह फिल्म हिंदुओं की भावनाओं का मजाक बनाती है। फिल्म का निर्देशन अभिषेक कपूर ने किया है।
फिल्म के टीजर में मुख्य कलाकार सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान के बीच एक चुंबन दृश्य दिखाया गया है और इसके पोस्टरों में टैगलाइन है ‘लव इज ए पिलग्रिमेज’, इस पर आपत्ति जताते हुए भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि यह हिंदू धर्म पर हमला है क्योंकि केदारनाथ करोड़ों हिंदुओं की आस्था को व्यक्त करता है। करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र केदारनाथ में हुई इस बड़ी त्रासदी की पृष्ठभूमि पर यह रोमांटिक लव स्टोरी बनाकर फिल्म निर्माताओं ने इस धर्म को मानने वालों के प्रति बड़ा अनादर दिखाया है। और ये भी कहा गया है कि यह कहानी आपदा के दौरान पनपे प्यार को बयां करेगी। इस फिल्म की कहानी चार धामों में एक केदारनाथ धाम की पृष्ठभूमि पर रची गई है। यह एक प्रेम कहानी है जहां प्यार और धर्म, जुनून और आध्यात्मिकता का मिलन होगा।
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