ऋषिकेश :
(उत्तम सिंह )
ठंड के आगमन के साथ ही वन सीमा से सटे न्याय पंचायत श्यामपुर की ग्राम सभाओं में गुलदार की सक्रियता बढ़ गई है। ग्राम सभा गढ़ी मयचक में दिन दहाड़े गुलदार दिखाई देने से ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया। घबराये ग्रामीणों ने एक दूसरे को गांव में गुलदार के घुस आने की सूचना देकर सुरक्षा के प्रति आगाह किया। ग्राम प्रधान जयेन्द्र सिंह रावत ने तत्काल वन विभाग को गांव में गुलदार की सूचना दी। वन कर्मियों के साथ पहुचे वन बीट अधिकारी राजेश बहुगुणा ने दो राउंड हवाई फायर कर गुलदार को खदेड़ा।
ग्राम प्रधान जयेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि सर्दी का मौसम शुरू होते ही क्षेत्र में जंगली जानवरों की सक्रियता बढ़ गई है। कृषि बहुल क्षेत्र में कभी हाथी आतंक मचाते है तो कभी अजगर घरों में घुस आते है। बताया कि विगत कुछ दिनों से गुलदार ग्राम सभा खैरीकला व गढ़ी मयचक में सक्रिय है। गुलदार मवेशियों को अपना भोजन बनाने के लिए ढलने से पूर्व ही गांव की सीमा में प्रवेश कर रहा है। वन सीमा से सटे ग्राम सभा खैरिकला, गढ़ी मयचक, भट्टोवाला, गुमानीवाला व प्लांटेशन में इन दिनों गुलदार की सक्रियता बढ़ गई है। ग्रामीणों के अनुसार विगत दिनों इन क्षेत्रों में गुलदार को दोपहरी में भी गांव के निकट चहल कदमी करते हुए आसानी से देखा जा सकता है। ग्रामीणों ने जंगली जानवरों से ग्रामीणों व उनके पालतू पशुओं के सुरक्षा व आबादी में आने से रोकने के पुख्ता इंतजाम करने की मांग वन विभाग से की है।
(उत्तम सिंह )
ठंड के आगमन के साथ ही वन सीमा से सटे न्याय पंचायत श्यामपुर की ग्राम सभाओं में गुलदार की सक्रियता बढ़ गई है। ग्राम सभा गढ़ी मयचक में दिन दहाड़े गुलदार दिखाई देने से ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया। घबराये ग्रामीणों ने एक दूसरे को गांव में गुलदार के घुस आने की सूचना देकर सुरक्षा के प्रति आगाह किया। ग्राम प्रधान जयेन्द्र सिंह रावत ने तत्काल वन विभाग को गांव में गुलदार की सूचना दी। वन कर्मियों के साथ पहुचे वन बीट अधिकारी राजेश बहुगुणा ने दो राउंड हवाई फायर कर गुलदार को खदेड़ा।
ग्राम प्रधान जयेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि सर्दी का मौसम शुरू होते ही क्षेत्र में जंगली जानवरों की सक्रियता बढ़ गई है। कृषि बहुल क्षेत्र में कभी हाथी आतंक मचाते है तो कभी अजगर घरों में घुस आते है। बताया कि विगत कुछ दिनों से गुलदार ग्राम सभा खैरीकला व गढ़ी मयचक में सक्रिय है। गुलदार मवेशियों को अपना भोजन बनाने के लिए ढलने से पूर्व ही गांव की सीमा में प्रवेश कर रहा है। वन सीमा से सटे ग्राम सभा खैरिकला, गढ़ी मयचक, भट्टोवाला, गुमानीवाला व प्लांटेशन में इन दिनों गुलदार की सक्रियता बढ़ गई है। ग्रामीणों के अनुसार विगत दिनों इन क्षेत्रों में गुलदार को दोपहरी में भी गांव के निकट चहल कदमी करते हुए आसानी से देखा जा सकता है। ग्रामीणों ने जंगली जानवरों से ग्रामीणों व उनके पालतू पशुओं के सुरक्षा व आबादी में आने से रोकने के पुख्ता इंतजाम करने की मांग वन विभाग से की है।
एक टिप्पणी भेजें