ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
नव चेतना जूनियर हाई स्कूल में गढ़वाली कवि सम्मेलन में कवियों में गढ़वाल की लोककला परम्पराओं व रीतिरिवाजों के लुप्तहोने की पीड़ा को उकेरा। विदेसी रीति रिवाजों की तरफ आकर्षित होती युवा पीढ़ी पर भी जमकर तंज कसे।
श्यामपुर के गुमानीवाला स्तिथ स्कूल में गढ़वाली कवि सम्मेलनक आयोजन किया गया। सम्मेलन में देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी आदि के कवियों ने शिरकत की। मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र नेगी ने इस मौके पर कहा कि हमें अपनी भाषा व बोली के संवर्धन को लेकर एकजुट होना चाहिए।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि ग्राम प्रधान श्यामपुर शाकुंभरी बिष्ट क्षेत्र पंचायत सदस्य ऋषिकेश वीर सिंह नेगी ने लोकभाषा को आगे बढ़ाने की बात कही।
कार्यक्रम में कवडुकलान ने द्विधा दार्जिलिंग गयो...। कवित्री रीता कुकरेती ने वह वनी छा केवल घसियारी...। के साथ अन्य कवि नरेंद्र रयाल, कवि धनेश कोठारी, कवि सत्येंद्र चौहान, कवि राकेश मोहन ध्यानी, कवि हेमवती नंदन भट्ट हेमू, कवि तेजा नेगी मैं बहुत ही सुंदर गढ़वाली कविता प्रस्तुत की। इस मौके पर भाजपा नेता कुसुम कंडवाल पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक रतन सिंह पवार, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य विपिन पंत, सुंदरी कंडवाल ,पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष जय सिंह रावत ,विद्यालय की संस्थापक सदस्य लक्ष्मी नवानी, दून इंस्टिट्यूट के जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र नौटियाल ,प्रधानाध्यापिका नीलम नवानी आदि मौजूद रहे ।
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