नरेंद्र नगर;
वाचस्पति रयाल
ऋषिकेश- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नरेंद्र नगर बाईपास के समीप पहाड़ी दरकने से सड़क पर भारी मलबे का ढेर लग गया, मलबे में दबी अल्टो कार चालक ने किसी तरह से कार से बाहर निकल कर अपनी जान बचाई।
घटना लगभग 11 बजे दिन की है, सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी लक्ष्मी राज चौहान तथा थाना अध्यक्ष नरेंद्र नगर मनीष उपाध्याय मय पुलिस फोर्स के मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पहाड़ी दरकने से मलवा भारी मात्रा में इतने लंबे क्षेत्र में फैला हुआ था कि मलबे में दबे अल्टो कार चालक जो एक छोर पर फंसा खड़ा था से रूबरू बात ना हो पाने के कारण दूसरे छोर से पुलिस व प्रशासन ने घटना की जानकारी उनसे दूरभाष पर ही ली।
कार चालक हरिश्चंद्र थलवाल जिनकी उम्र लगभग 50 वर्ष बताई गई है ने दूरभाष पर बताया कि पहाड़ी से आया पत्थर उनकी कार की बोनट पर लगा वे पत्थर उठाने गाड़ी से बाहर निकली थी की ऊपर से भरभराकर चट्टान खिसकने की आवाज जैसी ही उन्हें सुनाई दी वह एक तरफ को जान बचा कर भाग निकले और उनकी जान बच गई। उन्होंने बताया कि वह कार में अकेले थे और नई टिहरी से ऋषिकेश जा रहे थे।
घटनास्थल पर पहुंचे उप जिलाधिकारी लक्ष्मीराज चौहान ने तत्काल संबंधित ऑल वेदर रोड कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे दोनों ओर से जे सी बी लगाकर तुरंत मलबा हटाने का काम शुरू करें ताकि रोड को यातायात के लिए सुचारू किया जा सके ।
उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए कि जब तक रोड पर से मलवा नहीं हटाया जाता तब तक के लिए यातायात पीटीसी होकर धौड़ा पानी से जाने के निर्देश दिए जाए। थाना अध्यक्ष मनीष उपाध्याय ने तत्काल पुलिस को निर्देश दिए कि यातायात को पीटीसी से डाइवर्ट कर कर दिया जाए।
समाचार लिखे जाने तक ऑल वेदर रोड कंपनी ने एक छोर से पोकलैंड मशीन द्वारा मलवा हटाने का काम शुरू कर दिया था।
कुल मिलाकर यहां पर जैसे-जैसे मलबा हटाया जा रहा है वैसे वैसे ऊपर से पहाड़ी दरकती जा रही है।
मलवा इतनी भारी मात्रा में गिरा कि यहां पर सड़क भी काफी धंस चुकी है।
यह पहाड़ी 2011 में आपदा की भेंट चढ़े डोंर गांव के ठीक ऊपर है, यहां का मिट्टी पत्थर और भारी मलबा एक बार पुनः डौंर गांव के काश्तकारों के खेतों में जा रहा है, जिससेजिससे आपदाग्रस्त डौंर गांव की समस्या एक बार फिर बढ़ गई है।
डौंर ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान मंगल सिंह नेगी, पूर्व प्रधान सुनीता भंडारी और सामाजिक कार्यकर्ता दरबान सिंह भंडारी ने सरकार से मांग की है कि आपदाग्रस्त डौंरगांव को विस्थापित किया जाए लगातार अन्याय हो रहे डौंरगांव के साथ सरकार न्याय करें अन्यथा ग्रामीणों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
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