ऋषिकेश;
एक शहीद के पिता ने अपने बेटे की शहादत को नमन करते हुए , सरकार से गुजारिश की है, कि माओं की गोद सूनी हो रही है, मांग भी सूनी हो रही है बेटियों की। आखिर ये जवाबी करवाई कब तक चलेगी। अब तो आर पार का समय आ गया है। जवानों को खुली छूट दो और अपने देश को सुरक्षित करने दो। मेरा बेटा शेर था, इस देश के जवान शेर है, इन्हें ऐसे न मरने दो।
शहीद हमीर की अंतिम यात्रा में विधंसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल भी हज़ारों लोगों के साथ हाथ में झंडा लिए शहीद हमीर के जयकारे लगाते हुए साथ चल रहे थे।
ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी' देशभक्ति से ओतप्रोत कर देने वाला ये नजारा है शहीद हमीर अपनी शहादत के बल पर पूरे राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है। शहीद की शहादत पर हर देशवासी को गर्व है।
सबके मन मे यही थे शब्द--
जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खून से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है..
जम्मू_कश्मीर के बांदीपुरा सेक्टर में देश के लिए शहादत देने वाले रायफलमैन हमीर पोखरियाल की अंतिम यात्रा में शामिल हजारों लोगों ने शहीद जवान हमीर अमर रहे के नारे लगाये। अंतिम यात्रा में कई हजार लोग शामिल हुए। उस क्षण का बयां करें तो लोगों के हाथों में तिरंगा लहरा रहा था। गम और गुस्सा यहां की फिजाओं में तैर रहे थे। नम आंखों से लोग शहीद जवान की एक झलक पाने को व्याकुल थे।
श्री अग्रवाल ने कहा कि दुख की इस घड़ी में शहीद हमीर पोखरियाल के परिवार के साथ हैं। पाकिस्तान को समय पर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा, उसे लगातार हर मोर्चे पर सबक सिखाया जा रहा है। शहीद हमीर की शहादत खाली नहीं जाएगी। उन्होंने शहीद हमीर पोखरियाल की स्मृति में शहीद स्मारक बनाने की घोषणा की।
एक टिप्पणी भेजें