कांवड़
मेला 2018 को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए गुरूवार को डीआईजी गढ़वाल अजय
रौतेला की अध्यक्षता में जिलाधिकारी दीपक रावत तथा एसएसपी कृष्ण कुमार वीके
ने पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों की ब्रीफिंग की।
डीआईजी
ने पुलिस लाइन रोशनाबाद में पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा
कि 04 सुपर जोन, 26 जोन तथा 100 सैक्टरों में ड्यूटी में तैनात प्रत्येक
सैक्टर मजिस्ट्रेटट तथा पुलिस कर्मी आपसी तालमेल और समन्वय बनाकर कार्य
करें। प्रति वर्ष कांवडियों की भारी संख्या के बावजूद किसी भी परिस्थति से
निपटने के लिए मानसिक रूप से सभी कर्मी खुद को मजबूत बनाकर पूरे धैर्य के
साथ मेला सम्पन्न कराने में अपना योगदान दें। साथ ही पुलिस कर्मियों द्वारा
अपने ड्यूटी प्वांइट पर तैनात होने पर किसी भी आपात स्थिति में अपने
मोबाईल तथा वायरलेस सेट से अपने उच्च अधिकारी को तत्काल सूचित करें।
वायरलेस सैट के प्रयोग में अनुशासन बरतें। अनावश्यक बातचीत हैण्ड सैट पर न
करें। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रयोग करें। कांवड़ियों से संवाद बनाये
रखें। उनकी सहायता करें। संदिग्ध व्यक्ति तथा वस्तु के प्रति सतर्क रहें।
डीआईजी
लाॅ एण्ड आॅर्डर श्री अशोक कुमार ने कहा कि कांवड़़ मेला उत्तरखण्ड में
पुलिस की कठिनतम डयूटी मे से एक है। जहां कम समय में भारी भीड़, उमस के मौसम
में पूरी निष्ठा से कार्य करना है। कांवडियों के प्रतिकूल व्यवहार पर
प्रतिक्रिया से बचें। अपने उच्च अधिकारी को इसकी सूचना दें। ट्रैफिक
मैनेजमेंट कांवड़ मेला सम्पन्न कराने में एक महत्वूपर्ण भूमिका निभाता है
इसका भी नियमानुसार पालन करना सुनिश्चित करें।
पुलिस ब्रीफिंग
में जिलाधिकारी श्री दीपक रावत ने ड्यूटी मे तैनात पुलिस तथा प्रशासन के
कार्मिकों से भारी संख्या में आने वाले कांवड़ियों की संख्या को नियंत्रित
करने के साथ ही उनकी आस्था का सम्मान करने की बात कही। उन्होंने बताया कि
जोन व सैक्टरों में बांटे गये जिले के सभी स्थानों पर शौचालय व पेयजल की
व्यवस्था को दुरूस्त रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछली बार कहीं रह गयी
किसी भी कमी को इस बार दोहराया न जाये। जोनल व सैक्टर मजिस्ट्रेट अपने
पुलिस के सहयोगियों के साथ संपर्क में रहें।
मेला ड्यूटी में
लगाये गये सभी मजिस्ट्रेट इस बार ड्यूटी के दौरान जिलाधिकारी की ओर से लागू
किये गये ड्रेस कोड में नजर आयेंगे। सभी मजिस्ट्रेट गहरी नीली कमीज व ग्रे
पैन्ट में ड्यूटी करें।
उन्होंने कहा कि संवेदनशील व संदिग्ध परिस्थितियों के लिए तैयार रहें सुरक्षित मेला सम्पन्न कराना हमारी प्राथमिकता है।
इस
अवसर पर एसएसपी श्री कृष्ण कुमार वीके, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नीतिका
खण्डेलवाल, एसपी क्राइम टीसी मंजूनाथ, एडीएम वित्त ललित नारायण मिश्र,
एडीएम प्रशासन भगवत किशोर मिश्र, एसपी सिटी ममता वोहरा सहित प्रशासन तथा
पुलिस विभाग के अनेक अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार:
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय हरिद्वार की ओर से
टाउन हाॅल नगर निगम में कारगिल दिवस/शौर्य दिवस का आयोजन किया गया
इस
अवसर पर जिलाधिकारी दीपक रावत ने कार्यक्रम में पहुंच कारगिल युद्ध में
शहीद हरिद्वार के सपूत शहीद मानंिसंह के चित्र पर माल्यार्पण कर
श्रद्धांजली अर्पित की। शहीदों को माल्यार्पण कर श्रद्धांजली दी।
जिलाधिकारी ने कहा कि वैसे तो सरकारी स्तर पर शहीदों, सैनिको व उनके
परिजनों को सम्मान और सहायता प्रदान करती है। इसके अलावा हमारी सुरक्षा
और देश की सेवा में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वालों के लिए हमने क्या
किया यह भी एक विचारणीय बिन्दु है। डीएम ने सैनिक परिवारों को आश्वासन दिया
कि जब भी कभी एक जिलाधिकारी के स्तर पर किसी भी प्रकार की वरीयता और सहयोग
की अपेक्षा से आप जिलाधिकारी कार्यालय आयेंगे तो आपकी समस्या को सुनना और
समाधान करना मेरी प्राथमिकता होगी। इसके लिखित आदेश भी मेरे अधीनस्थ
कार्यालयों को किये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि व्यवस्तता के
कारण कभी कार्यालय में मुझसे मुलाकात नहीं हो पा रही है तो कोई भी सैनिक,
पूर्व सैनिक उनके परिजन अपना संदर्भ देते हुए एक कागज पर अपनी समस्या लिखकर
छोड़ सकते हैं। जिसका प्राथमिकता के तौर पर निदान किया जायेगा। प्रत्येक
सोमवार को लगने वाले जनता मिलन में भी सैनिकों की सुनवाई को प्राथमिकता से
सुना जायेगा।
जिलाधिकारी ने शौर्य दिवस पर सूचना एवं लोक
सम्पर्क विभाग से पंजीकृत सांस्कृतिक दल ढंढेरा गढ़भूमि सांस्कृतिक समिति की
प्रस्तुति पर दल को (25000) पच्चीस हजार रूपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप
प्रदान की।
सीडीओ श्री तोमर ने कहा कि सैनिकों की भांति ही
प्रत्येक नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, क्योेंकि जनभागीदारी से ही
राष्ट्र की सुरक्षा सुरक्षा सम्भव है। राष्ट्र की उन्नति के लिए संचालित
प्रत्येक योजना में नागरिकों को अपना योगदान देना चाहिए।
इस
अवसर पर जिलाधिकारी तथा सीडीओ श्री विनीत तोमर ने कारगिल शहीद स्व. मानसिंह
की धर्मपत्नी श्रीमती उमा देवी, मीसा देवी पत्नी स्व. मनोज सिंह, श्रीमती
सुनीता त्रिपाठी पत्नी स्व. श्री महेश चंद्र त्रिपाठी, श्रीमती माहेश्वरी
देवी पत्नी स्व. राजे सिंह नेगी तथा कारगिल युद्ध में घायल दीपक बूड़ाकोटी,
दुर्गादत्त, सूरज पाल सिंह, रामेश्वर प्रसाद, मुकेश कुमाार को शाॅल व
स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में ले0कर्नल विनोद शर्मा, मेजर राजवीर सिंह, सूबेदार भारत भूषण बलूनी, वित्त नियंत्रक तंजीम अली आदि उपस्थित थे।
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