ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को पलीता लगाने की कोशिश की जा रही हैं । बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के नाम से , इन फर्जी आवेदनो को शरारती तत्वों द्वारा सबसे पहले उत्तरप्रदेश में शुरू किया गया। जिसका मक्कडजाल उत्तराखण्ड तक पहुँचा है ।
बता दें कि
यह फार्म एक पेज का है । इस फॉर्म में लिखा गया है कि प्रधानमंत्री ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना की शुरुआत की है। इस योजना में 8 से 32 वर्ष की सभी बेटियों को प्रधानमंत्री की ओर से दो-दो लाख रुपए मिलेंगे।
फॉर्म में आवेदनकर्ता लड़की के पूरे ब्योरे के साथ बैंक एकाउंट नंबर भी मांगा गया है तथा फॉर्म को ग्राम प्रधान या पंचायत द्वारा प्रमाणित कराने की बात भी लिखी है।और फार्म भरकर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार शास्त्री भवन नई दिल्ली के नाम रजिस्ट्री और साधारण पोस्ट से लिफाफे मे भेजना है, ऐसा लिखा है । जिससे निजी डाटा का गलत उपयोग होने का खतरा हो सकता है
इस तरह से आवेदन भेजने वाले लोगों के आधार कार्ड, बैंक खाता नंबर आदि की जानकारी व फोटोकॉपी लेने वाले लोग आपके नाम व आईडी का उपयोग गलत काम में कर सकते हैं।
जबकि यह केंद्र सरकार का एक नारा है “बेटी बचाओ- बेटी पढाओ एक सामाजिक प्रणाली में चुनौतीपूर्ण विचारधाराओं और पितृसत्ता की गहरी जड़ों पर प्रहार करने तथा बालिकाओं की शिक्षा को आगे बढ़ाने पर बल देती है।
इस सन्दर्भ में महिला विकास एवं बाल विकास मंत्रालय ने अब ऐसे किसी भी झूठे और अवैध आवेदन को बिना किसी पूर्व सूचना के नष्ट करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई है और इसे मंत्रालय की वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
ऋषिकेश के आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से सीधे साधे ग्रामीण ऐसे अवैध आवेदन पत्र भरकर दे रहे है। कृपया फ़र्ज़ी आवेदन पत्रों से सावधान रहें
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