रुद्रप्रयाग:
भूपेंद्र भंडारी
श्रावण मास के सोमवार को लेकर ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ में भी भक्तों की भीड दिखी। अकसर मानसून काल में केदारनाथ धाम के दर्शोंनों को पहुंचने वाले कम ही तीर्थयात्री रहते हैं बावजूद इसके कई प्रदेशों से कांवड लेकर यहां बोले के भक्तों ने बाबा का जलाभिषेक किया। श्रावण मास को लेकर केदारधाम में बाबा को जल चडाने के लिए ज्यादातर स्थानीय श्रद्वालु पहुंचते हैं साथ ही अन्य प्रदेशों के कांवड यात्री भी जल लेकर यहां बाबा का अभिषेक करने पहुंचते हैं। मान्यता है कि श्रावण मास में केदारनाथ धाम में जल चडाने से मोक्ष की प्राप्ति होती होती है और बाबा की कृपा सदैव बनी रहती है।
लोक निर्माण विभाग ने पिछले 12 घण्टों में नये अस्थाई पुल का निर्माण किया
बीते दिनों केदारनाथ धाम में लगातार हुई बारिश के चलते उफान पर
आई मंदाकिनी नदी का जल स्तर आज कुछ कम दिखा। भले ही गरुडचट्टी जाने के एक
मात्र पुल के उपर से अभी भी नदी बह रही है वहीं लोक निर्माण विभाग ने पिछले
12 घण्टों में नये अस्थाई पुल का निर्माण भी कर दिया है। जिससे पुल पर
आवाजाही भी सुचारु हो गयी है और भारी सामाग्री को भी पुल के जरिये ले जाया
जा रहा है। पुराने पुल के उपर से नदी के बहने के कारण पुल को सुरक्षा की
दृष्टि से आवागमन के लिए प्रतिबन्धित किया गया था। जिसके कारण गरुडचट्टी की
तरफ रहने वाले करीब दो सौ मजदूर व 30 से 40 साधू संन्तों को आवागमन की
दिक्कतें हो गयी थी। रस्सियों के सहारे खाद्यान सामाग्री को पहुंचाया जा
रहा था मगर लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने 12 घण्टे की मेहनत के बाद
अस्थाई पुल का निर्माण कर दिया है जिससे पुल पर आवाजाही भी सुचारु हो गयी
है।
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