हरिद्वार:
जनपद के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने हरिद्वार
जनपद में स्वास्थ्य तथा कानून व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी दीपक रावत,
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार वीके तथा प्रभारी सीएमओ डाॅ एसडी
शाक्य के साथ समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में ली। बैठक में स्वास्थ्य,
ंिसंचाई तथा पयर्टन विभाग के भी अधिकारी उपस्थित रहे।
हरिद्वार
में स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकतायें बताते हुए जिलाधिकारी ने प्रभारी
मंत्री को अवगत कराया कि वर्तमान समय में जनपद में स्वास्थ्य के क्षेत्र
में नीति आयोग के लक्ष्यों के अन्तर्गत विस्तारित ग्राम स्वराज अभियान
चलाया जा रहा है। जिसमें बच्चों तथा महिलाओं में शत-प्रतिशत टीकाकरण का
लक्ष्य हासिल करना है। दूसरा मानसून के दौरान तेजी से डेंगू के फैलने की
सम्भावनाओं के फलस्वरूप नगर निगम तथा स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू रोधी
अभियान चलाया जा रहा है।
प्रभारी म्ंात्री ने डेंगू की रोकथाम
में कारगर आॅडोमाॅस घास को सरकारी भवनो, गमलों, क्यारियों के माध्यम से
अन्य संस्थानों के साथ-साथ धर्मशालाओं, आश्रमों मे विशेष रूप से रोपे जाने
का अभियान चलाये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि आॅडोमाॅस घास उगाये गये
स्थान पर डेंगू व अन्य मच्छरों की उपस्थिति शून्य पायी गयी है। अतः
जिलाधिकारी इसके लिए सूचना तथा मनोरंजन विभाग के सहयोग से व्यापाक स्तर पर
जनजागरूकता बढ़ायें। जिला प्रशासन स्कूल विद्यालय, काॅलेजों को भी जागरूक
करें।
प्रभारी सीएमओ डाॅ शाक्य ने प्रभारी मंत्री को टीकाकरण के
सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि सघन मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण अभियान
को पुनः संचालित कर लिया गया है। यह अभियान भारत सरकार द्वारा विशेष
अभिलाषी जनपदो में हरिद्वार के शामिल होने के कारण प्राथमिकता है। जनपद के
333 गांवों को शत-प्रतिशत टीकाकरण से आच्छाादित करना है। मंत्री ने
चिकित्सा विभाग के अधिकारियो को निर्देश दिये कि टीकाकरण जीवन को सुरक्षा
प्रदान करने के लिए किया जाता है। इस कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही न
बरतें। इस बात को सुनिश्चित करें कि किसी भी समुदाय में टीकाकरण से कोई भी
आय वर्ग वंचित न रहे। टीकाकरण अभियान का प्रचार-प्रसार टीकारण से पूर्व
अच्छी तरह किया जाये। परिजनों को यह जानकारी दी जाये कि टीकाकरण के बाद
बालकों को होने वाला बुखार एक सामन्य लक्ष्ण है, इससे घबराये नहीं। इस
कार्य में सामाजिक, धार्मिक मुखियाओं का सहयोग लिया जाये।
टीकाकरण
में लगायी जाने वाली वैक्सीन के रखरखाव का भी ध्यान रखा जाये। लगायी जाने
वाली दवा के कोई आफ्टर इफेक्ट हैं तो वह भी परिजनो को अवश्य बतायें, जिससे
अफवाहों को नियंत्रित रहे। डाॅ शाक्य ने बताया कि वैक्सीन का कोई
दुष्प्रभाव नहीं है। यदि वैक्सीन एक्सपायर डेटड होती है तो स्वतः रंग
परिवर्तित कर लेती है, जिससे चिकित्सक को उसकी गुणवत्ता सरलता से जांच ली
जाती है।
सरकारी चिकित्सालयों में डेंगू की टेस्ट किट, इस वर्ष
डेंगू के मामलों, तथा स्वास्थ्य विभाग की ओर से किये जा रहे डेंगू रोधी
कार्यक्रमों की भी जानकारी ली। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि इस
वर्ष अभी तक डेंगू का कोई मरीज नहीं आया है। डेंगू टेस्ट किट विभाग के पास
उपलब्ध है। डेंगू पर नियंत्रण हेतु समस्त विभागों को जिलाधिकारी के माध्यम
से सहयोग करने के निर्देश भी दिये गये हैं। प्रत्येक कार्यालयाध्यक्ष को
लिखित रूप में अपने कार्यालय में रूके हुए पानी को हटाने, गमलों आदि में
छिड़काव के निर्देश दिये गये हैं। रूड़की तथा हरिद्वार में रेपिड रिस्पाॅस
टीम का भी गठन स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया गया है।
जनपद में
कानून व्यवस्था की जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि
वर्तमान में व्यवस्था शांतिपूर्ण है। किसी भी आकस्मिक परिस्थितियों के लिए
थाने चैकियों को समय समय पर निर्देशित किया जाता है। जिले कानून व्यवस्था
सामान्य एवं सुचारू है। आगामी कांवड़ मेला को लेकर विभाग अपनी तैयारियां कर
रहा है। सभी चुनौतियों से निपटने को रूपरेखा बना ली गयी है।
बैठक के बाद प्रभारी मंत्री ने जिलाधिकारी के साथ आस्था पथ का भी निरीक्षण किया।
बैठक
में अपरी जिलाधिकारी प्रशासन बी.के. मिश्रा, एसएलओ संगीता कन्नौजिया, जिला
पर्यटन अधिकारी सीमा नौटियाल, सैनीटरी इंसपेक्टर विकास छाछर, सुशांत पाल,
गुलाब सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
.png)

एक टिप्पणी भेजें