ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान सस्थान वैसे तो आये दिन नवीन सुविधाओं आ रही है । लेकिन इतने बडे संस्थान मे शव विच्छेद गृह की सुविधा का ना होना सुनकर बडा अजीब सा लगता है । जहां पर चार माह से यह फाईल पुलिस मुख्यालय और शासन के अनुभागों मे घूम रही है । अगर एम्स मे शव विच्छेद गृह खुल जाता तो तीन जनपदों के पाँच थानो की पुलिस को शव का पोस्टमार्टम के लिये कई किलोमीटर का फेर नहीं लगना पडता ।विदित हो कि जनपद पौडी के थाना लक्ष्मणझूला पुलिस को शव का पोस्टमार्टम कराने के लिये हरिद्वार जाना पडता है । इसी तरह टिहरी के थाना मुनिकीरेती पुलिस को भी नरेन्द्रनगर जाना पडता है । ऋषिकेश मे हालांकि बाईपास मार्ग पर शव विच्छेदन गृह है ,लेकिन 72 घंटे शिनाख्त के लिये अज्ञात शवों को रखने की पर्याप्त व्यवस्था यहां भी नहीं है । वहीं ऋषिकेश एम्स के खुलने बाद उम्मीद बन गयी थी कि अब यहा शव विच्छेदन गृह खुल जायेगा । लेकिश अब तक चार माह से एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर फाईल घूम रही है ।एम्स प्रशासन द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के जरिये शासन से एम्स मे शव विच्छेदन गृह के लिये अधिसूचना आदेश जारी करने की माँग की गयी थी ।इस मामले मे नोटिफिकेशन गृह विभाग द्वारा किया जाना है । मगर ,सबंधित फाईल कभी एसएसपी कार्यालय,कभी पुलिस मुख्यालय तो कभी शासन के विभिन्न मे घूम कर रहे गयी है ।
एम्स के जनसम्पर्क अधिकारी का भी कहना है कि यहां अस्पताल में फॉरेंसिक एक्सपर्ट भी उपलब्ध है, उन्हें मात्र सरकार के आदेश की प्रतीक्षा है।
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