देहरादून
:
मुख्यमंत्री
श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर महानिदेशक
एन.सी.सी ले.जनरल(वी0एस0एम) पी.पी.मल्होत्रा ने शिष्टाचार भेंट की।
उन्होंने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र से उत्तराखण्ड में एन.सी.सी
मुख्यालय एवं एकेडमी के लिए भूमि व भवन की सुविधा उपलब्ध कराने का अनुरोध
किया। मुख्यमंत्री ने महानिदेशक एन.सी.सी को आश्वस्त किया कि एन.सी.सी के
महत्व एवं प्रदेश के युवाओं के हित में राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में
एनसीसी मुख्यालय एवं एकेडमी के लिये उपयुक्त स्थल उपलब्ध कराया जायेगा।
मुख्यमंत्री
श्री त्रिवेन्द्र ने इस अवसर पर उपस्थित सचिव वित्त श्री अमित नेगी को
निर्देश दिये कि प्रदेश में लैण्ड बैंक की स्थापना के साथ ही सभी विभागों
के भवनों व उसके आस पास की भूमि का विवरण तैयार किया जाय। उपयोग में नही
लाये जा रहे स्कूल भवनों, पंचायत घरों व अन्य सरकारी भवनों का भी विवरण
तैयार करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे भवनां
व भूमि का विवरण तैयार होने पर उसके बेहतर उपयोग की भी कार्ययोजना बनायी
जाय।
मुख्यमंत्री
ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में युवा सेना व अर्द्ध
सैनिक बलों में भर्ती होते हैं। एन.सी.सी युवाओं में देशभक्ति व अनुशासन की
भावना मजबूत करने के साथ ही उन्हें सेना व अर्द्ध सैनिक बलों में भर्ती के
लिये आधार भी तैयार करती है। उन्होंने महानिदेशक एन.सी.सी के अनुरोध पर
एन.सी.सी अनुदेशकों का स्थानान्तरण एन.सी.सी वाले विद्यालयों में ही किये
जाने का भी आश्वासन दिया।
एन.सी.सी
के महानिदेशक ले0 जनरल0 पी0जी0मल्होत्रा ने कहा कि एन.सी.सी द्वारा प्रदेश
में प्रतिवर्ष 37 कैम्प आयोजित किये जाते हैं, जिसमें उत्तराखण्ड सहित
अन्य राज्यों के 18 हजार एनसीसी कैडेट प्रतिभाग करते हैं। इन केम्पों के
माध्यम से इन कैडेटों में राष्ट्रीय एकता की भावना के साथ ही अन्य विभिन्न
गतिविधियों से परिचित कराया जाता है। उन्होंने इन कैम्पों के आयोजन के लिये
आवश्यक सुविधाओं हेतु सहयोग का भी अनुरोध मुख्यमंत्री से किया। उन्होंने
कहा कि शीघ्र ही एनसीसी की स्टेट एडवाइजरी कमीटी का भी गठन किया जायेगा।
इस अवसर पर एन.सी.सी के एडीजी उत्तराखण्ड मेजर जनरल सी0मणि भी उपस्थित थे।
देहरादून:
शनिवार
को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से केन्द्रीय सूचना एवं
प्रसारण सचिव श्री अमित खरे ने शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि
दूरदर्शन एवं आकाशवाणी की अपनी विश्वसनीयता है, ये माध्यम जनहित से जुड़ी
योजनाओं को आम आदमी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने दूरदर्शन केन्द्र देहरादून को और अधिक प्रभावी बनाये जाने, प्रदेश
के कृषि विज्ञान केन्द्रों, विश्वविद्यालयों व सामाजिक दायित्वों का बेहतर
निर्वाह्न करने वाले स्वयं सहायता समूहों आदि को कम्यूनिटी रेडियो से
जोडने पर ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र व राज्य के
विभागों द्वारा आपसी समन्वय से कार्य करने से बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे।
समाज हित में जो अच्छे कार्य हो रहे हैं वह सामने आने चाहिए। इस दिशा में
हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा।
केन्द्रीय
सूचना एवं प्रसारण सचिव श्री अमित खरे ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि
शीघ्र ही दूरदर्शन केन्द्र देहरादून को सेट लाइट से जोड़ते हुए यहां पर
चौबीस घंटे प्रसारण की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस
केन्द्र में अधिक से अधिक स्थानीय कार्यक्रमों को महत्व दिया जायेगा। राज्य
की लोक संस्कृति से जुडे कार्यक्रमों को भी प्रमुखता दी जायेगी। उन्होंने
कहा कि दूरदर्शन के साथ ही आकाशवाणी व प्रेस सूचना ब्यूरों को भी आपसी
समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने
कहा कि दूरदर्शन को एमएसएमई, पर्यटन, कृषि, बागवानी आदि के क्षेत्र में
किये जा रहे कार्यों को प्रमुखता दिये जाने के साथ ही इस क्षेत्र के
विशेषज्ञों, मंत्रीगणों, विधायकों को दूरदर्शन के पैनल में रखे जाने के भी
निर्देश दिये गये हैं, उन्होंने इस दिशा में नये विचारों के समावेश तथा एक
दूसरे से सीखने की भी जरूरत बतायी।
इस
अवसर पर पी.आई.बी. के ए.डी.जी श्री नरेन्द्र कौशल, दूरदर्शन के समाचार
सम्पादक श्री राघेवश पाण्डे तथा उपदेशक श्री शिव कुमार गोयल आदि उपस्थित
थे।
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