मुनिकीरेती/ऋषिकेश:
मुख्यमंत्री
श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को भद्रकाली, मुनिकीरेती में
पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को वन विभाग की ओर से नई सौगात देते हुए
संजीवनी स्वास्थ्य वाटिका का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस
वाटिका में एक ओपन जिम और सप्ताह में एक बार मर्म एवं एक्यूप्रेशर चिकित्सा
की व्यवस्था भी की जा सकती है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने
कहा कि कोई भी वनस्पति औषधि विहीन नहीं होती, और कोई भी व्यक्ति गुण विहीन
नहीं होता, बस आवश्यकता है उनके गुणों को पहचानने की। पौधों के औषधीय गुण
पहचान कर चिकित्सकीय लाभ लिया जा सकता है और व्यक्ति के गुण पहचान कर समाज
को लाभान्वित किया जा सकता है। 80 लाख रूपये की लागत से निर्मित इस वाटिका
में 50 से 100 लोग एक साथ भ्रमण व योगा कर सकते हैं। उन्होने कहा कि यह
वाटिका पर्यटन के मानचित्र पर भी होनी चाहिये। उन्होने प्रदेश में इस
प्रकार की और भी वाटिकायें स्थापित किये जाने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री
श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखंड की फिल्म फ्रेंडली पाॅलिसी के चलते
राज्य को फिल्म फ्रेंडली अवार्ड प्रदान किया गया है। आज प्रदेश में 4 बड़ी
फिल्मों की शूटिंग हो रही है और उत्तराखंड की नैसर्गिक सुन्दरता के कारण इस
क्षेत्र में बहुत अधिक संभावनाएं हैं। उत्तराखण्ड पर्यटन का हब बने इसके
लिए हमें हमें अपने राज्य के प्रति सकारात्मक सोच रखनी होगी। चारधाम
आॅलवेदर रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी से प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को और
अधिक गति मिलेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संजीवनी स्वास्थ्य वाटिका के
निर्माण में सराहनीय योगदान देने वाले कार्मिकों को भी सम्मानित किया।
विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि संजीवनी स्वास्थ्य वाटिका की स्थापना एक अनोखी पहल है। यह यहां आने वाले पर्यटकों के लिए संजीवनी का कार्य करेगी।
वन मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने कहा कि वन विभाग
इस बात का प्रयास कर रहा है कि वन विभाग को आम जन से जोड़ा जाए। उत्तराखण्ड
ने पर्यावरण के क्षेत्र में विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई है। हम पर्यावरण
संरक्षण के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहे हैं।
कृषि मंत्री
श्री सुबोध उनियाल ने कहा कि इस स्वास्थ्य वाटिका को और अधिक उपयोगी बनाने
के लिए इसे रोजगार से जोड़ा जाना चाहिए साथ ही इसके रख-रखाव पर भी विशेष
ध्यान देना होगा।
इस अवसर पर प्रमुख वन संरक्षक श्री जयराज,
मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक श्री डी0बी0एस0खाती, जिलाधिकारी सोनिका, वरिष्ठ
पुलिस अधीक्षक विमला गुंज्याल सहित वन विभाग के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि
आदि उपस्थित थे।
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