कैराना और नूरपुर के उपचुनाव में खराब वोटिंग मशीन को लेकर कयास लगाए जाते रहे। आखिरकार राजनीतिक दलों की शिकायतों के बीच सायंकाल चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि वीवीपैट में खराबी थी। सिर्फ छह ईवीएम खराब होने की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। आयोग के अनुसार कैराना संसदीय क्षेत्र में 54.17 फीसद मतदान और नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में 61 फीसद मतदान हुआ है। छिटपुट घटनाओं को छोड़ मतदान शांतिपूर्ण रहा।
कैराना-नूरपुर में मतदान शुरू होने के दो-तीन घंटे बाद ही राजनीतिक दलों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया। मोर्चा उठाने वालों में सत्ताधारी दल भाजपा से लेकर सपा व रालोद सभी थे। सपा और रालोद ने गड़बडिय़ों की सूची आयोग को भेजी तो भाजपा ने भी अपनी तरफ से सूचना दी.।
कैराना-नूरपुर में मतदान शुरू होने के दो-तीन घंटे बाद ही राजनीतिक दलों ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया। मोर्चा उठाने वालों में सत्ताधारी दल भाजपा से लेकर सपा व रालोद सभी थे। सपा और रालोद ने गड़बडिय़ों की सूची आयोग को भेजी तो भाजपा ने भी अपनी तरफ से सूचना दी.।
मतदान समाप्ति के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने बताया कि ईवीएम नहीं, भीषण गर्मी के कारण वीवीपैट खराब हुईं हैं। चुनाव आयोग ने 384 वीवीपैट खराब होना स्वीकार किया। छह ईवीएम खराब हुईं हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव के लिए कुल 2056 पोलिंग बूथ बनाये गए थे। सभी जगह ईवीएम व वीवीपैट के जरिये चुनाव कराए जा रहे थे। 384 वीवीपैट खराब होना सामान्य से अधिक है। इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार भीषण गर्मी थी जिसके कारण वीवीपैट में लगे सेंसर ने काम करना बंद कर दिया। इस कारण वीवीपैट हैंग हो गईं।
उन्होंने बताया कि सभी जगह वीवीपैट बदलकर मतदान कराया गया। जहां दो घंटे से ज्यादा समय के लिए मतदान प्रभावित हुआ वहां पुनर्मतदान कराया जाएगा। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों से रिपोर्ट मंगाई गई है। उन्होंने बताया कि उपचुनाव में ईवीएम की तीन कंट्रोल यूनिट व तीन बैलट यूनिट ही खराब हुईं हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव के लिए कुल 2056 पोलिंग बूथों के लिए 2651 ईवीएम व 2596 वीवीपैट रखे गए थे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव के लिए कुल 2056 पोलिंग बूथ बनाये गए थे। सभी जगह ईवीएम व वीवीपैट के जरिये चुनाव कराए जा रहे थे। 384 वीवीपैट खराब होना सामान्य से अधिक है। इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार भीषण गर्मी थी जिसके कारण वीवीपैट में लगे सेंसर ने काम करना बंद कर दिया। इस कारण वीवीपैट हैंग हो गईं।
उन्होंने बताया कि सभी जगह वीवीपैट बदलकर मतदान कराया गया। जहां दो घंटे से ज्यादा समय के लिए मतदान प्रभावित हुआ वहां पुनर्मतदान कराया जाएगा। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों से रिपोर्ट मंगाई गई है। उन्होंने बताया कि उपचुनाव में ईवीएम की तीन कंट्रोल यूनिट व तीन बैलट यूनिट ही खराब हुईं हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव के लिए कुल 2056 पोलिंग बूथों के लिए 2651 ईवीएम व 2596 वीवीपैट रखे गए थे।
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