कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रुझानों के मुताबिक 1:30 तक भाजपा 108 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस 73 सीटों पर आगे है. बसपा ने भी 01 सीट पर बढ़त बनाई हुई है, जबकि जे डी एस 40 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है.02 क्षेत्रीय पार्टी भी 01-01 सीट पर आगे है. कांग्रेस भी चुप बैठने वाली नहीं, सोनिया गांधी ने सरकार बनाने के प्रयास तेज किये।
कर्नाटक में जे डी एस (जनता दल सेक्युलर) सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, ऐसा दिखाई पड़ता है. हालाँकि भाजपा पहले से ही आश्वस्त है कि उन्हें 113 - 130 के बीच में सीटें मिल सकती है.
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कर्नाटक चुनाव की जीत के लिए बधाई दी और कहा कि अगर कांग्रेस जेडीएस के साथ गठबंधन करती तो नतीजे कुछ और होते।
केन्द्रिय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद के अनुसार भाजपा कर्नाटक की जनता की आभारी है , अब भाजपा राज्य में विकास के कार्यों को आगे बढ़ा पाएंगे
केंद्रीय मंत्री एस सुब्रमण्यम का मानना है कि कांग्रेस द्वारा टीपू सुल्तान को राष्ट्रीय हीरो बनाना , लिंगायत के मुद्दे पर राजनीति और राहुल गाँधी के बड़बोलेपन के कारण चुनाव में खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा. प्रधानमंत्री के दौरे से कर्नाटक की जनता को अच्छे- बुरे की पहचान हुई है. उन्होंने अपने दौरों में भ्रष्टाचार और जमीन से जुड़े मुद्दों पर जनता से बातचीत की. जिसका प्रभाव स्पष्ट देखने को मिल रहा है. कर्णाटक की जनता ने पी एम मोदी के कुशल नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया है.
यहाँ ये भी जानने योग्य है कि भाजपा ने जीत का पहला खता उसी सीट से खोला जहाँ आर एस एस के कार्यकर्त्ता प्रकाश पुजारा की हत्या उनके पिता के सामने कर दी गयी थी. और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था. जनप्रतिनिधियों का मानना है कि राजनैतिक हिंसा को जनता ने सिरे से नकार दिया है. येदुरप्पा अपने संसदीय क्षेत्र में जीत रहे है, जबकि सिद्धारमैया को चामुंडेश्वरी में हार का मुंह देखना पड़ रहा है.
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