रूद्रप्रयाग ;
मुख्य सचिव उत्पल कुमार व गढवाल आयुक्त दिलीप जावलकर द्वारा केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण गया। मुख्य सचिव ने केदारपुरी में समस्त गतिमान पुर्ननिर्माण कार्यों से संबंधित कार्यदायी संस्थाओं यथा विद्युत, पेयजल, उरेडा, लो.नि.वि. आदि को तीव्रगति से तथा निर्धारित समयान्तर्गत कार्य सम्पादित करने के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने केदारनाथ मंदिर के बगल में लो.नि.वि. द्वारा निर्माणाधीन रैपलिका के निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था द्वारा चारों तरफ से आच्छादित पायी जाने पर रैपलिका को चारों तरफ से आच्छादित न करने के साथ ही उसके सौन्दर्य को बनाये रखने हेतु उसके आधे भाग को ही आच्छादित व दोनों तरफ सुरक्षात्मक दीवार व जनपद हरिद्वार में आगामी महाकुम्भ हेतु भी इसी माॅडल की रैपलिका तैयार किए जाने की बात कही गई।
मंदिर के 50 फिट चैड़े पैदल मार्ग के निरीक्षण के दौरान मार्ग पर लो.नि.वि. को पत्थर बिछाने के कार्य में गति लाने एवं पर्याप्त पत्थर तैयार करने हेतु लो.नि.वि., मा0 प्रधानमंत्री की अपेक्षानुपालन में केदारनाथ मंदिर से लगभग 1.5 की दूरी पर ऊपर की तरफ साधुओं के ध्यान हेतु निर्माणाधीन गुफा व पानी की निकासी हेतु उचित उपाय करने, शौचालय का जो स्टेप बड़ा किया गया है उसे छोटा करने, साथ ही इस गुफा में विद्युत बाधित होने पर विद्युत के बैकअप की पर्याप्त व्यवस्था, गुफा में सी.सी.टी.वी. कैमरा को इस प्रकार से सैट करने सम्पूर्ण केदारपुरी का दृश्य दिखाई दे, गुफा के आंगन में सुरक्षा की दृष्टि से 1.5 फिट से 2 फिट की ऊंचाई की पत्थर की चारदीवारी, गुफा में उपलब्ध स्थान पर अतिरिक्त एक कक्ष का भी निर्माण किये जाने हेतु लो.नि.वि. के अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
मुख्य सचिव ने केदारनाथ में हाई मास्क स्थापित किये जाने के संबंध में चर्चा की गई तथा विद्युत विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को निर्देश दिये गये कि यदि भविष्य में केदारपुरी में विभाग के हाई मास्क लाईट की स्थापना की जाती है तो उसे इस प्रकार स्थापित किया जाए कि उससे न तो 50 फिट चैड़ा रास्ता और ना ही मंदिर का दृश्य-अक्ष बाधित हो। मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी पर किये जा रहे घाट निर्माण एवं सुरक्षा दीवार की प्रगति एवं कार्य समप्ति के संबंध में पूछने पर मुख्य अभियंता, सिंचाई द्वारा अवगत कराया गया कि कार्यदायी संस्था के द्वारा उक्त कार्य गतिमान हैं। इस संबंध में मुख्य सचिव ने सिंचाई विभाग एवं एन.आई.एम. को उक्त कार्य माह अगस्त, 2018 तक पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।
मंदिर के पीछे खाली भाग में गाय एवं घोड़ों के द्वारा किए जा रहे चुगान के संबंध में वन विभाग/पुलिस विभाग को केदारपुरी की सौन्दर्यता एवं प्राकृतिक वनस्पतियों की सुरक्षा की दृष्टि से गाय, घोड़े, बकरियों इत्यादि जानवरों के चुगान/विचरण पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाने के निर्देश दिए। केदारनाथ में पुर्ननिर्माण कार्यों के साथ-साथ गतिमान केदारनाथ यात्रा के दृष्टिगत तीर्थ-यात्रियों की सुगमता एवं सुरक्षा हेतु सम्पूर्ण केदारपुरी में नियमित रूप से साफ-सफाई बनाये रखने हेतु नगर पंचायत केदारनाथ एवं सुलभ इण्टरनेशन को निर्देश दिये गये। इस अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, नोडल अधिकारी केदारनाथ गोपाल सिंह चैहान, अधीक्षण अभियंता, लोनिवि मुकेश परमार, सिंचाई जयपाल सिंह, अधिशासी अभियंता डीडीएमए प्रवीण कर्णवाल, एनआईएम सोबन सिंह, वास्तुविद जेएसडब्ल्यू निकुल शाह, विकास राणा व चैकी प्रभारी केदारनाथ विपिन पाठक उपस्थित ।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने केदारनाथ मंदिर के बगल में लो.नि.वि. द्वारा निर्माणाधीन रैपलिका के निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था द्वारा चारों तरफ से आच्छादित पायी जाने पर रैपलिका को चारों तरफ से आच्छादित न करने के साथ ही उसके सौन्दर्य को बनाये रखने हेतु उसके आधे भाग को ही आच्छादित व दोनों तरफ सुरक्षात्मक दीवार व जनपद हरिद्वार में आगामी महाकुम्भ हेतु भी इसी माॅडल की रैपलिका तैयार किए जाने की बात कही गई।
मंदिर के 50 फिट चैड़े पैदल मार्ग के निरीक्षण के दौरान मार्ग पर लो.नि.वि. को पत्थर बिछाने के कार्य में गति लाने एवं पर्याप्त पत्थर तैयार करने हेतु लो.नि.वि., मा0 प्रधानमंत्री की अपेक्षानुपालन में केदारनाथ मंदिर से लगभग 1.5 की दूरी पर ऊपर की तरफ साधुओं के ध्यान हेतु निर्माणाधीन गुफा व पानी की निकासी हेतु उचित उपाय करने, शौचालय का जो स्टेप बड़ा किया गया है उसे छोटा करने, साथ ही इस गुफा में विद्युत बाधित होने पर विद्युत के बैकअप की पर्याप्त व्यवस्था, गुफा में सी.सी.टी.वी. कैमरा को इस प्रकार से सैट करने सम्पूर्ण केदारपुरी का दृश्य दिखाई दे, गुफा के आंगन में सुरक्षा की दृष्टि से 1.5 फिट से 2 फिट की ऊंचाई की पत्थर की चारदीवारी, गुफा में उपलब्ध स्थान पर अतिरिक्त एक कक्ष का भी निर्माण किये जाने हेतु लो.नि.वि. के अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
मुख्य सचिव ने केदारनाथ में हाई मास्क स्थापित किये जाने के संबंध में चर्चा की गई तथा विद्युत विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को निर्देश दिये गये कि यदि भविष्य में केदारपुरी में विभाग के हाई मास्क लाईट की स्थापना की जाती है तो उसे इस प्रकार स्थापित किया जाए कि उससे न तो 50 फिट चैड़ा रास्ता और ना ही मंदिर का दृश्य-अक्ष बाधित हो। मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी पर किये जा रहे घाट निर्माण एवं सुरक्षा दीवार की प्रगति एवं कार्य समप्ति के संबंध में पूछने पर मुख्य अभियंता, सिंचाई द्वारा अवगत कराया गया कि कार्यदायी संस्था के द्वारा उक्त कार्य गतिमान हैं। इस संबंध में मुख्य सचिव ने सिंचाई विभाग एवं एन.आई.एम. को उक्त कार्य माह अगस्त, 2018 तक पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।
मंदिर के पीछे खाली भाग में गाय एवं घोड़ों के द्वारा किए जा रहे चुगान के संबंध में वन विभाग/पुलिस विभाग को केदारपुरी की सौन्दर्यता एवं प्राकृतिक वनस्पतियों की सुरक्षा की दृष्टि से गाय, घोड़े, बकरियों इत्यादि जानवरों के चुगान/विचरण पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाने के निर्देश दिए। केदारनाथ में पुर्ननिर्माण कार्यों के साथ-साथ गतिमान केदारनाथ यात्रा के दृष्टिगत तीर्थ-यात्रियों की सुगमता एवं सुरक्षा हेतु सम्पूर्ण केदारपुरी में नियमित रूप से साफ-सफाई बनाये रखने हेतु नगर पंचायत केदारनाथ एवं सुलभ इण्टरनेशन को निर्देश दिये गये। इस अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, नोडल अधिकारी केदारनाथ गोपाल सिंह चैहान, अधीक्षण अभियंता, लोनिवि मुकेश परमार, सिंचाई जयपाल सिंह, अधिशासी अभियंता डीडीएमए प्रवीण कर्णवाल, एनआईएम सोबन सिंह, वास्तुविद जेएसडब्ल्यू निकुल शाह, विकास राणा व चैकी प्रभारी केदारनाथ विपिन पाठक उपस्थित ।
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