टिहरी:
सुधाकर भट्ट
पिछले कई माह पूर्व से ही ढुंगमंदार में तेंदुए की दहशत बनी हुई है । कई पालतू जानवरों को अपना निवाला बना चुका है। आलम यह है कि क्षेत्रीय युवाओं द्वारा ये बैठक बुलाई गयी थी, जिसमे चुने हुए प्रतिनिधि नहीं पंहुचे
जबकि इतना आदमखोर बन चुका है की कुछ दिन पहले इसने ढुंगमंदार के कस्तल गाँव में एक महिला को बड़ी बेहरमी से अपना शिकार बना दिया और करीब एक वर्ष पूर्व इसी गाँव में एक 4 वर्ष की बालिका को अपना निवाला बनाया था । जिसके परिजन अभी तक उस दुःख को भूल नही पाये है तेंदुआ ढुंगमंदार के कई गाँवों में दिन के समय भी नजर आ रहा है व फिर से किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रहा है ,
इसकी दहशत इतनी बढ़ चुकी है की ग्रामीण अब घर से बाहर निकलने में भी डर रहे है ,बच्चे स्कूल जाने से डर रहे है ।
और प्रशासन से उम्मीद लगाये ग्रामीणों को अभी तक प्रशासन द्वारा कोई भी उचित सुरक्षा मुहैया नही करवाई गयी है ।जबकि ग्रामीणों की मांग है कि तेंदुए को जल्द से जल्द शूट आउट करने के आदेश हो । चुने हुए क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी इस और गम्भीर नहीं होते दिख रहे ।
इसी विषय को गंभीरता से लेते हुए और क्षेत्र के लोगों की पीड़ा को समझते हुए कुछ बुद्धिजीवी जनमानस व कुछ प्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र में कल एक मीटिंग रखी गयी जिसमें कि सभी आये हुए महानुभावों ने अपने अपने विचार रखे और फैसला लिया की अगर एक सप्ताह के अंदर जिला प्रशासन , वन प्रभागिया प्रशासन , जिलाधिकारी महोदय नरभक्षी को शूट करने के लिए गाँव में शूटर तैनात नही करता है तो ग्रामीणों को उग्र आन्दोलान करने हेतु बाध्य होना पडेगा ।
साथ ही क्षेत्र के युवा नेता प्रभाकर भट्ट ने कहा की अगर प्रशासन एक सप्ताह के अंदर ग्रामीणों की मांग अनुसार उचित कार्यवाही नहीं करता है तो सभी ग्रामीण जिला मुख्यालय टिहरी में घेराव करेंगे । साथ ही अगर इस बीच अगर तेंदुआ किसी दुख़द घटना को अंजाम देता है तो इसके लिए प्रशासन जिमेदार होगा ।
इस मौके पर क्षेत्र के विजयपाल रावत, साहब सिंह कुमाँई, नागेन्द्र दत्त भट्ट, अनिल राणा गंभीर रमोला, अमित बगियाल, दिनेश लाल, दिनेश कुमार, आदि समस्त क्षेत्रीय जनता मौजूद रहे ।
सुधाकर भट्ट
पिछले कई माह पूर्व से ही ढुंगमंदार में तेंदुए की दहशत बनी हुई है । कई पालतू जानवरों को अपना निवाला बना चुका है। आलम यह है कि क्षेत्रीय युवाओं द्वारा ये बैठक बुलाई गयी थी, जिसमे चुने हुए प्रतिनिधि नहीं पंहुचे
जबकि इतना आदमखोर बन चुका है की कुछ दिन पहले इसने ढुंगमंदार के कस्तल गाँव में एक महिला को बड़ी बेहरमी से अपना शिकार बना दिया और करीब एक वर्ष पूर्व इसी गाँव में एक 4 वर्ष की बालिका को अपना निवाला बनाया था । जिसके परिजन अभी तक उस दुःख को भूल नही पाये है तेंदुआ ढुंगमंदार के कई गाँवों में दिन के समय भी नजर आ रहा है व फिर से किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रहा है ,
इसकी दहशत इतनी बढ़ चुकी है की ग्रामीण अब घर से बाहर निकलने में भी डर रहे है ,बच्चे स्कूल जाने से डर रहे है ।
और प्रशासन से उम्मीद लगाये ग्रामीणों को अभी तक प्रशासन द्वारा कोई भी उचित सुरक्षा मुहैया नही करवाई गयी है ।जबकि ग्रामीणों की मांग है कि तेंदुए को जल्द से जल्द शूट आउट करने के आदेश हो । चुने हुए क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी इस और गम्भीर नहीं होते दिख रहे ।
इसी विषय को गंभीरता से लेते हुए और क्षेत्र के लोगों की पीड़ा को समझते हुए कुछ बुद्धिजीवी जनमानस व कुछ प्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र में कल एक मीटिंग रखी गयी जिसमें कि सभी आये हुए महानुभावों ने अपने अपने विचार रखे और फैसला लिया की अगर एक सप्ताह के अंदर जिला प्रशासन , वन प्रभागिया प्रशासन , जिलाधिकारी महोदय नरभक्षी को शूट करने के लिए गाँव में शूटर तैनात नही करता है तो ग्रामीणों को उग्र आन्दोलान करने हेतु बाध्य होना पडेगा ।
साथ ही क्षेत्र के युवा नेता प्रभाकर भट्ट ने कहा की अगर प्रशासन एक सप्ताह के अंदर ग्रामीणों की मांग अनुसार उचित कार्यवाही नहीं करता है तो सभी ग्रामीण जिला मुख्यालय टिहरी में घेराव करेंगे । साथ ही अगर इस बीच अगर तेंदुआ किसी दुख़द घटना को अंजाम देता है तो इसके लिए प्रशासन जिमेदार होगा ।
इस मौके पर क्षेत्र के विजयपाल रावत, साहब सिंह कुमाँई, नागेन्द्र दत्त भट्ट, अनिल राणा गंभीर रमोला, अमित बगियाल, दिनेश लाल, दिनेश कुमार, आदि समस्त क्षेत्रीय जनता मौजूद रहे ।
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