टिहरी :
कई महीनो से गुलदार के आतंक के साये में जीने को मजबूर प्रतापनगर के ग्रामीणों ने आज सरकार और वन विभाग की लापरवाही के खिलाफ अपना आक्रोश तहसील मुख्यालय पर जताया। गांव की महिलाओं ने भी जिलाधिकारी को ज्ञापन के जरिये बाघ को मारे जाने का निवेदन किया
एक ही गांव में लगातार गुलदार के आतंक के चलते पहले एक बच्चे की जान चली गयी। दूसरे बच्चे को उसकी माँ और बहन ने बाघ के मुंह से बचाया।
लगभग डेढ़ महीने पहले एक 11 वर्षीय बच्चे को गुलदार ने अपना निवाला बनाया। मात्र कुछ दिनों के लिए वन विभाग की टीम ने गाँव मे गश्त की और पिंजरा भी लगाया ,लेकिन बाघ पिजरे में नहीं फंसा। कोई आवश्यक कार्यवाही नहीं कर पाने पर , लापरवाही के फलस्वरूप एक बार फिर 9 वर्षीय बच्चे को गुलदार ने जख्मी कर दिया. बच्चे की माँ की बहादुरी की वजह से बच्चा बच गया।
निम्न स्तरीय स्वास्थ्य सेवा के कारण बच्चे को नई टिहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार हेतु रेफर किया गया। पहले उसे प्रतापनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था जंहा उपकरण और डॉक्टर की कमी के चलते नहीं रख गया और रेफर कर दिया। क्षेत्रीय जनता का कहना है कि जब हॉस्पिटल मात्र रेफर करने हेतु है तो सरकार ने बड़ी बिल्डिंग क्यों बनाई है ? एक तो गुलदार का आतंक और ऊपर से स्वास्थ्य व्यवस्था का लचरपन , ग्रामीणों को दहशत के साये में जीने को मजबूर कर रहा है। गुलदार ने कई जनवरो को भी मौत के घाट उतार दिया है. क्षेत्रिय जनता की मांग है कि गुलदार को नरभक्षी घोषित कर मारने के आदेश दिए जाय।पूरे प्रतापनगर क्षेत्र में दहशत का माहौल है और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे है. क्षेत्रीय विधायक भी अब तक इस घटना के विषय में चुप है। ग्राम प्रधान खोलगढ़ पल्ला राजू पंवार ने कहा कि इस गंम्भीर मुद्दे पर सरकार को ध्यान देना चाहिए और गुलदार को मारने के आदेश देना चाहिए। साथ ही ग्राम प्रधान बनाली सतपाल रावत ने कहा कि गुलदार से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है है और आज पहाड़ में रह रहे गरीब तबका बहुत डरा हुआ है । साथ ही प्रतापनगर युवा मोर्चा के सदस्या नीरज धनाई ने कहा कि दहशत इतनी ज्यादा है उन्हें दुकान 5 बजे बन्द करके घर के अंदर रहना पड़ता है साथ ही युवा मोर्चा सयोजक मुलायम रावत ने इस दूसरी घटना का जिम्मेदार वन विभाग और सरकार की लापरवाही को बताया है। उन्होंने कहा कि यदि गुलदार को मारने के आदेश सरकार नही देती है तो पूरे क्षेत्र को विस्थापित करने के आदेश अवश्य दें दें , क्योकि आज प्रत्येक परिवार पर खतरा बना है.
इस मौके पर नीरज धनाई मोर्चा सदस्य, बिपिन रावत मोर्चा सदस्य, मनबीर रावत मोचा सदस्य, ग्राम प्रधान खोलगढ़ राजू रावत, पूर्ब क्षेत्र पंचायत सदस्य सरोफ सिंह पंवार, ग्राम बनाली क्षेत्र पंचायत सदस्य ध्यान सिंह धनाई आदि सैकड़ो ग्रामीण थे.
कई महीनो से गुलदार के आतंक के साये में जीने को मजबूर प्रतापनगर के ग्रामीणों ने आज सरकार और वन विभाग की लापरवाही के खिलाफ अपना आक्रोश तहसील मुख्यालय पर जताया। गांव की महिलाओं ने भी जिलाधिकारी को ज्ञापन के जरिये बाघ को मारे जाने का निवेदन किया
एक ही गांव में लगातार गुलदार के आतंक के चलते पहले एक बच्चे की जान चली गयी। दूसरे बच्चे को उसकी माँ और बहन ने बाघ के मुंह से बचाया।
लगभग डेढ़ महीने पहले एक 11 वर्षीय बच्चे को गुलदार ने अपना निवाला बनाया। मात्र कुछ दिनों के लिए वन विभाग की टीम ने गाँव मे गश्त की और पिंजरा भी लगाया ,लेकिन बाघ पिजरे में नहीं फंसा। कोई आवश्यक कार्यवाही नहीं कर पाने पर , लापरवाही के फलस्वरूप एक बार फिर 9 वर्षीय बच्चे को गुलदार ने जख्मी कर दिया. बच्चे की माँ की बहादुरी की वजह से बच्चा बच गया।
निम्न स्तरीय स्वास्थ्य सेवा के कारण बच्चे को नई टिहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार हेतु रेफर किया गया। पहले उसे प्रतापनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था जंहा उपकरण और डॉक्टर की कमी के चलते नहीं रख गया और रेफर कर दिया। क्षेत्रीय जनता का कहना है कि जब हॉस्पिटल मात्र रेफर करने हेतु है तो सरकार ने बड़ी बिल्डिंग क्यों बनाई है ? एक तो गुलदार का आतंक और ऊपर से स्वास्थ्य व्यवस्था का लचरपन , ग्रामीणों को दहशत के साये में जीने को मजबूर कर रहा है। गुलदार ने कई जनवरो को भी मौत के घाट उतार दिया है. क्षेत्रिय जनता की मांग है कि गुलदार को नरभक्षी घोषित कर मारने के आदेश दिए जाय।पूरे प्रतापनगर क्षेत्र में दहशत का माहौल है और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे है. क्षेत्रीय विधायक भी अब तक इस घटना के विषय में चुप है। ग्राम प्रधान खोलगढ़ पल्ला राजू पंवार ने कहा कि इस गंम्भीर मुद्दे पर सरकार को ध्यान देना चाहिए और गुलदार को मारने के आदेश देना चाहिए। साथ ही ग्राम प्रधान बनाली सतपाल रावत ने कहा कि गुलदार से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है है और आज पहाड़ में रह रहे गरीब तबका बहुत डरा हुआ है । साथ ही प्रतापनगर युवा मोर्चा के सदस्या नीरज धनाई ने कहा कि दहशत इतनी ज्यादा है उन्हें दुकान 5 बजे बन्द करके घर के अंदर रहना पड़ता है साथ ही युवा मोर्चा सयोजक मुलायम रावत ने इस दूसरी घटना का जिम्मेदार वन विभाग और सरकार की लापरवाही को बताया है। उन्होंने कहा कि यदि गुलदार को मारने के आदेश सरकार नही देती है तो पूरे क्षेत्र को विस्थापित करने के आदेश अवश्य दें दें , क्योकि आज प्रत्येक परिवार पर खतरा बना है.
इस मौके पर नीरज धनाई मोर्चा सदस्य, बिपिन रावत मोर्चा सदस्य, मनबीर रावत मोचा सदस्य, ग्राम प्रधान खोलगढ़ राजू रावत, पूर्ब क्षेत्र पंचायत सदस्य सरोफ सिंह पंवार, ग्राम बनाली क्षेत्र पंचायत सदस्य ध्यान सिंह धनाई आदि सैकड़ो ग्रामीण थे.
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