भविष्य में भी ऐसे विरोधी तत्वों से सख्ती से पेश आया जाएगा
गढ़वाल कमिश्नर , दिलीप जावलकर तथा डीआईजी गढ़वाल पुष्पक ज्योति ने हरिद्वार जनपद में बंद के दौरान हुई हिंसक घटनाओं को अंजाम देने वाले तथा लोकतंत्र में विरोध और आंदोलन के अधिकार को हिंसा में परिवर्तित करने वाले तत्वों को मीडिया के माध्यम से स्पष्ट संदेष दिया। श्री जावलकर ने कहा कि कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। कुछ तत्वों द्वारा विरोध को हिंसात्मक रूप देकर शांति व्यवस्था को खराब किया गया है, ऐसे लोगों को जिला प्रशासन द्वार चिन्हित कर मुकदमें दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को हुई घटनाओं को गम्भीरता से लेते हुए ऐसे लोगों को सचेत किया जाता है कि भविष्य में कानून का उल्लघंन कर घटनाक्रम की पुनरावृत्ति न की जाये।
सुप्रीम कोर्ट के अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में तत्काल गिरफ्तारी के प्रावधान को हटाने के विरुद्ध बुलाये गये बंद के दौरान 02 अप्रैल को रूड़की क्षेत्र में की गई हिंसक घटनाओं पर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सख्ती से निपटा गया। कमिश्नर गढ़वाल दिलीप जावलकर एवं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर गढ़वाल सोमवार को बंद के दौरान रुड़की प्रवास पर रहे। श्री जावलकर ने बताया कि बंद के अगले दिन से किसी भी प्रकार की हिंसात्मक घटनायें प्रकाश में नहीं आयी और जिले में स्थिति पूर्णतया शांत और नियंत्रण में है। घटना के बाद से ही एडीजी लॉ एंड ऑर्डर गढ़वाल, जिलाधिकारी,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार सहित प्रशासन के अधिकारी रुड़की में ही कैम्प किये हुए थे। श्री जावलकर ने समस्त नागरिकों से जनपद में सौहार्द एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करने के साथ ही मीडिया द्वार प्रशासन को किये गये सहयोग के लिए पत्रकारों का आभार व्यक्त किया।
प्रेस वार्ता मंे जिलाधिकारी श्री दीपक रावत, एसएसपी श्री कृष्ण कुमार वीके, एसपी सिटी श्रीमती ममता बोहरा, एसडीएम मनीष सिंह सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रेस वार्ता मंे जिलाधिकारी श्री दीपक रावत, एसएसपी श्री कृष्ण कुमार वीके, एसपी सिटी श्रीमती ममता बोहरा, एसडीएम मनीष सिंह सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।
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