जोधपुर;
सुबह से कोर्ट के बाहर भारी बंदोबस्त, शहर में धारा 144, और सबकी निगाहें आसाराम के फैसले पर
ना जाने कितने ही लोगो की आस्था के केंद्र रहे 77 साल के आसाराम बापू, पर 15 अगस्त,2013 में एक नाबालिग लड़की से रेप का आरोप लगा था। यही नही तंत्र मंत्र के लिए बच्चियों के साथ घिनोने कृत्य के आरोप भी लगे।
1696 दिन से जेल में बंद आसाराम को उम्मीद थी कि वो बरी हो जायेंगे परन्तु हरिओम नाम का जाप भी उनकी सजा नहीं छुड़वा सका . कहतें है न कानून के हाथ लम्बे होते है, वही हुआ आसाराम को 44 गवाहों और सबूतों के आधार पर POCSO के तहत उम्रकैद की सजा सुनाई गयी , जिसे सुनकर वह रो पड़े. अपनी उम्र का हवाला भी दिया और कहा कि वह आदतन अपराधी नहीं है फिर भी पीड़िता की सच्चाई के सामने उनका जज को कुछ भी कहना व्यर्थ गया।
उन्होंने गवाहों को डराने धमकाने से लेकर मारने तक के प्रयास उन्होंने किये। आसाराम पर सूरत में में दो लड़कियों से बलात्कार का केस है। गवाह राजू चांडक की हत्या करने के प्रयास का भी आरोप उन पर लगा हुआ है.
परंतु पीड़ित पक्ष ने हार नही मानी, .कोर्ट ने आसाराम की प्रत्येक दलील ठुकराई और उम्रकैद के साथ 01 लाख रूपये का जुर्माना ठोका।
उनके सहयोगी शिल्पी और शरद को भी 20-20 साल की उम्रकैद सुनाई गयी. जबकि शिवा , उनके नौकर को केस से सबूतों की बिना पर बड़ी कर दिया गया. आसाराम के वकील ने कहा कि वह राजस्थान उच्च न्यायलय में अपील करेंगे.
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