Halloween party ideas 2015

डोईवाला:


(अंकित तिवारी)


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद डोईवाला इकाई ने वर्ष 2018 की हाईस्कूल/ इंटरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित होने जा रहे छात्र-छात्राओं को पत्र के माध्यम से बोर्ड परीक्षाओं में सफलता के लिए अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित की ।
प्रेषित पत्र में लिखा गया था कि आप बिना किसी प्रकार के तनाव के परीक्षा में सम्मिलित हो । पूरे वर्ष भर आप अध्ययन करते हैं और उसी तैयारी के अनुरूप आप परीक्षा में सम्मिलित होते हैं और किसी भी प्रकार का तनाव परीक्षा में आपके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है । कई बार विभिन्न कारणों जैसे परीक्षा की सही तैयारी न होने , अधिक अंक प्राप्त करने की अपेक्षा, प्रतिस्पर्धा की भावना , परिणाम की चिंता आदि के कारण आप एग्जाम फोबिया के शिकार हो जाते हैं ।
परिस्थिति कैसी भी हो आपको सकारात्मक सोच के साथ परीक्षा में जाना चाहिए । जितना भी समय आपके पास है उसका सही प्रबंधन करते हुए स्वयं के द्वारा तैयार अथवा विद्यालय में अध्यापकों द्वारा तैयार कराये गए नोट्स से पुनः अभ्यास करें। परीक्षा की तैयारी के कारण खान पान व दिनचर्या अनियमित नहीं होनी चाहिए , आप पर्याप्त नींद लें क्योंकि बिना स्वस्थ तन व मन के परीक्षा में सफलता सम्भव नहीं हैं ।
परीक्षा के तनाव में अपने मस्तिष्क को न बांधे क्योंकि यह तो पैराशूट की भांति है जो खुलने पर ही काम करता है । परीक्षा की तैयारी करते हुए पूर्व की परीक्षाओं के परिणामों का बोझ मन में न पालें और न ही भविष्य के परिणामों को मन में स्थान दें ।
किसी भी अन्य व्यक्ति से आपकी कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है, क्योंकि आप स्वयं में विशेष हैं । कई बार अन्य लोगों के साथ अंधी प्रतिस्पर्धा में आप अपनी विशेषताओं को भी खो देते हैं । देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कहते हैं " प्रतिस्पर्धा नहीं अनुस्पर्धा कीजिये " ।
माता पिता, गुरुजनों की अपेक्षाओं को बोझ ना बनने दें, ये वेलोग हैं जो आप के सबसे बड़े शुभचिंतक है । ये वे लोग हैं जो अपने जीवन के अधूरे सपनों को आपकी आंखों से देखते हैं और आपके माध्यम से पूरा करना चाहते हैं। माता-पिता और गुरुजनों से अपनी क्षमताओं सीमितताओं पर खुलकर चर्चा करें ।
परीक्षा की तैयारी के बीच में उस समय अपनी रुचि के कार्यों के लिए निकालें इससे आपको तनाव कम करने में सहायता मिलेगी । देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि "focussed" होने के लिए "de focussed" होना बहुत जरूरी है "।
यह एक छोटी सी परीक्षा है जीवन में तो हर कदम पर एक नयी परीक्षा होती है। जहां सफलता हमें एक लक्ष्य तक पहुंचाती है वही असफलता एक बड़ी सफलता का द्वार खोलती है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जी पायलट हेतु परीक्षा में सफल नहीं हो पाए परंतु इस असफलता के कारण देश को इतना महान वैज्ञानिक प्राप्त हुआ। अतः किसी भी परीक्षा में सफलता को जीवन मरण का प्रश्न बनाना उचित नहीं है ।
अतः आप तनाव रहित होकर परीक्षा के इस आनंद उत्सव में सम्मिलित हों । पुनः ढेर सारी शुभकामनाओं सहित ।
इस मौके पर एबीवीपी के प्रदेश सह मंत्री अनुज जोशी, पूर्व जिला संयोजक अंकित तिवारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आकाश थापा ,पूर्व विश्वविद्यालय प्रतिनिधि नितेश, गढ़वाल संभाग छात्रा प्रमुख संगीता कोषाध्यक्ष रश्मि, सह सचिव दिलीप मदेशिया ,सह जिला छात्रा प्रमुख नीलम ,पूर्व छात्रसंघ सदस्य अंकित टम्टा, छात्रसंघ सदस्य विनय पटवाल, मोहित कक्कड़, अजय चौहान, बॉबी ,दीपक कृषाली, प्रवीण अजय बिष्ट ,रीता ,अंजलि, श्रुति उनियाल ,कविराज, राहुल बिजल्वाण ,लोकेश सिंह राणा एकता कक्कड़, कौशिक तिवारी, निशांत मिश्रा ,गौरव डंडरियाल , गौरव पाल, जगमोहन, परमजीत , आरती बिष्ट ,आरती रावत , नीतू नेगी ,सौरभ खत्री आदि एबीवीपी कार्यकर्ता मौजूद थे ।

एक टिप्पणी भेजें

www.satyawani.com @ All rights reserved

www.satyawani.com @All rights reserved
Blogger द्वारा संचालित.