प्रधानमंत्री का सम्बोधन , इज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस पर--
आज गुरु परब का पवित्र अवसर है | गुरु नानक देव जी का पुण्य स्मरण देश की एकता, सत्यनिष्ठता और सत्य से भरे जीवन के लिए प्रेरणा देता है| दो वर्ष के बाद गुरू नानक देव जी के 550वां प्रकाश पर्व मनाने का पूरी मानव जाति को अवसर मिलने वाला है| ऐसे जगद्गुरु को प्रणाम करते हुये मैं आप सब को भी शुभकामनाएं देता हूँ |
इस शुभ अवसर पर हमारे साथ रहने के लिए मैं सुश्री क्रिस्टलिना जॉर्जेवा को धन्यवाद करता हूं। यह विश्व बैंक की प्रतिबद्धता को राष्ट्रों को सुधारों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है जो समाज और अर्थव्यवस्था का लाभ उठाते हैं। आज उनकी उपस्थिति हमारी टीम को आने वाले दिनों और महीनों में बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करेगी।
पिछले तीन वर्षों में, मैं लगातार घरेलू और विदेशी निवेशक समुदाय को बता रहा हूं कि हम भारत में 'व्यापार करने में आसानी' करने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं।
इस साल रैंकिंग में भारत का उछाल सबसे ज्यादा है। भारत को शीर्ष सुधारकों में से एक के रूप में पहचाना गया है इस के लिए काम करने वाले सभी लोगों के लिए बधाई--
यह सुधार महत्वपूर्ण है:
• क्योंकि यह देश में सुशासन का संकेत है;
• क्योंकि यह हमारी सार्वजनिक नीतियों की गुणवत्ता का एक उपाय है;
• क्योंकि यह प्रक्रियाओं की पारदर्शिता का एक बेंचमार्क है;
• क्योंकि, व्यापार करने में आसानी, भी जीवन की सुगम हो जाती है;
• और, अंत में, यह एक तरह से लोगों को रहने, काम और एक तरह से व्यवहार करने का तरीका दर्शाता है।
जब जीएसटी की चर्चा हुयी है तो मैं कहना चाहूँगा , यहाँ पर व्यापार जगत के बहुत लोग हैं और इस फोरम के माध्यम से देश भर के व्यापारियों से कहना चाहता हूँ| जिस समय हमने जीएसटी लाने का संकल्प किया तब लोगों को लगता था कि पता नहीं आएगा कि नहीं आएगा, एक जुलाई को लागू होगा कि नहीं होगा| हुआ .. फिर होने के बाद लगा, कि अब मर गए ...यह मोदी है कोई सुधार नहीं करेगा और हमने तब कहा था कि तीन महीना हमें इसे बारीकी से देखने दीजिये क्योंकि हिंदुस्तान इतना बड़ा है
तीन महीने के बाद जब जीएसटी कौंसिल की मीटिंग हुयी जितनी चीजें सामने आई उसका समाधान किया|
सालों की पुरानी व्यवस्था से बाहर निकलना होता है तो सरकार का ही दिमाग काम करे यह जरूरी नहीं है, सभी स्टेकहोल्डर्स को अपने सुझाव देने होंगे |
वर्ल्ड बैंक की इस रिपोर्ट में मई 2017 तक के ही रिफॉर्म्स काउंट हुए हैं जबकि GST उसके बाद जुलाई 2017 से लागू हुआ है | इसलिए आप अंदाज कर सकते हैं कि जब 2018 में चर्चा होगी तो हमारे जो पहल है गणना में आने वाली है |
मैं दुनिया भर में व्यवसाय करने में आसानी लाने के लिए देशों के साथ मिलकर विश्व बैंक की प्रशंसा करता हूं। मैं उन्हें इस साल की रिपोर्ट के विषय के लिए भी बधाई देता हूं- 'रोजगार सुधारने के लिए सुधार' इसमें कोई नकार नहीं हो सकता कि व्यवसाय हमारे जीवन में एक प्रमुख बल है।
यह विकास के लिए एक इंजन है, रोजगार सृजन, संपत्ति बनाने और सामानों और सेवाओं की डिलीवरी जो हमारे जीवन को सहज बनाती है।
हम एक युवा देश हैं और नौकरी सृजन एक अवसर है साथ ही साथ एक चुनौती भी है। इसलिए, हमारे युवाओं की ऊर्जा का लाभ उठाने के लिए, हम भारत को एक स्टार्ट-अप नेशन और एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थान दे रहे हैं।
इस उद्देश्य के लिए हमने कई पहल की हैं, जैसे मेक इन इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया
हम भारत को एक ज्ञान आधारित, कौशल समर्थित और प्रौद्योगिकी आधारित समाज में विकसित करने के लिए विशेष रूप से इच्छुक हैं। डिजिटल भारत और कौशल भारत की पहल के माध्यम से एक अच्छी शुरुआत की गई है
वर्ल्ड बैंक की इस रैकिंग पर सवाल उठाने के बजाय हमारा सहयोग करिए ताकि हम देश को और ऊंचे पायदान पर ले जा सकें। न्यू इंडिया बनाने के लिए साथ आगे बढाने का संकल्प करें|
भारत की रैंकिंग में इतना सुधार इसलिए आया है क्योंकि पिछले तीन वर्षों में सरकार ने देश के आम नागरिक की जिंदगी में होने वाली मुश्किलों को कम करने के लिए Reform का रास्ता अपनाया है। तीन वर्षों में देश में टैक्स भरने की प्रक्रिया में बहुत सुधार आया है। इनकम टैक्स रिटर्न के लिए अब महीनों इंतजार नहीं करना पड़ा। PF रजिस्ट्रेशन और PF का पैसा निकालने के लिए पहले आपको दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे। अब सब कुछ ऑनलाइन हो गया है।
मेरे नौजवान साथी अब सिर्फ एक दिन में अपनी नई कंपनी रजिस्टर करा सकते हैं। कारोबारी मुकदमों की सुनवाई भी आसान हुई है। तीन वर्षों में भारत में कंस्ट्रक्शन परमिट लेना आसान हुआ है। बिजली कनेक्शन लेना आसान हुआ है। रेलवे रिजर्वेशन कराना आसान हुआ है। जो पासपोर्ट पहले महीनों में मिलता था, अब एक हफ्ते के भीतर मिल जाता है। ये Ease of Living Life नहीं है तो क्या है?
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