मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरूवार को जी.टी.सी. हैलीपेड, देहरादून पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत किया।
राजनाथ सिंह लाल बहादुर शास्त्री अकादमी मसूरी का दौरा कर रहे है और वहां अकादमी के होनहार भावी प्रशासनिक अधिकारीयों से मुलाकात करेंगे.
गायक पदमश्री कैलाश खेर ने उत्तराखंड के तीर्थस्थलों को ऊर्जावान बताया
महानिदेशक सूचना डाॅ.पंकज पाण्डेय से बुधवार को सचिवालय में प्रसिद्ध सूफी गायक पदमश्री कैलाश खेर ने शिष्टाचार भेंट की। श्री कैलाश खेर ने देवभूमि उत्तराखण्ड की विशिष्टताओं को वैश्विक पटल पर लाने की संभावनाओं पर चर्चा की। श्री खेर ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड के अनछुए सौंदर्य और आध्यात्मिकता को विश्व के समक्ष लाने का आवश्यकता है। पाताल भूवनेश्वर, नीलकंठ, जागेश्वर, बालेश्वर जैसे पवित्र स्थलो की आध्यात्मिकता दुनिया को अचंभित करती है।
उन्होंने कहा कि यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा को संगीत के माध्यम से भी दुनिया के समक्ष प्रस्तुत किया जाना चाहिए। संगीत लोगों की सकारात्मक मनोवृत्ति को विकसित करती है।
श्री खेर ने अवगत कराया कि उनके द्वारा संगीत के छोटी-छोटी प्रस्तुतियों के माध्यम से उत्तराखण्ड की सौंदर्य और आध्यात्मिकता को विश्व के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे है।
महानिदेशक सूचना डाॅ.पाण्डेय ने बताया कि उत्तराखण्ड सरकार राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ’13 जिले-13 नए पर्यटन गंतव्य’ विकसित कर रही है, इससे उत्तराखण्ड में आने वाले पर्यटको की संख्या में इजाफा होगा।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में चल रही चारधाम यात्रा अत्यन्त सफल रही है, इस वर्ष अबतक लगभग 21 लाख श्रद्धालुओं ने उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहिब के दर्शन किये है।
चार धाम यात्रा के सफल संचालन से सरकार सुरक्षित उत्तराखण्ड का संदेश देश-विदेश में देने में सफल रही है।
उत्तराखण्ड सरकार चारधाम यात्रा और अन्य पर्यटन क्षेत्रों को वर्षभर लोगों के आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए अनेक कदम उठा रही है।
सरकार का प्रयास है कि धार्मिक पर्यटन के साथ पर्यटन के अन्य प्रकारों को बढ़ावा दिया जाए, जिससे कि उत्तराखण्ड की आर्थिकी में सार्थक बदलाव दिखे। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक श्री आशिष कुमार त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी
गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्याल, पन्तनगर द्वारा 06 से 09 अक्टूबर 2017 तक 102वाँ अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्रीत्रिवेंद्र सिंह रावत करेंगे। फसलों के नवीनतम प्रजातियों के बीज व मिनीकिट की बिक्री, शाक-भाजी एवं फलों के उन्नत बीजों व पौधों की बिक्री, किसानोपयोगी उन्नत तकनीकों की प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जायेगा।
किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए किसान गोष्ठी का आयोजन, आधुनिक कृषि यंत्रों की जानकारी तथा उससे होने वाले लाभ की जानकारी भी कृषकों को दी जाएगी।
विश्वविद्यालय प्रकाशनों की रियायती दरों पर बिक्री की जाएगी तथा मत्स्य बीज की आपूर्ति भी की जाएगी।
विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर के फर्मों द्वारा कृषि से संबंधित अपने उत्पादों के संबंध में सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए स्टाॅल लगाये जाएंगे तथा राष्ट्रीयकृत बैंकों एवं बीमा कम्पनियों द्वारा किसानों को ऋण एवं फसल संबंधी सुविधाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी।
किसान मेले में 06 तथा 07 अक्टूबर को फल-फूल, शाक-भाजी एवं परिरक्षित पदार्थों की प्रदर्शनी व प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। शैक्षणिक डेरी फार्म, नगला द्वारा दिनांक 07 अक्टूबर को संकर बछियों की नीलामी की जाएगी।
दिनांक 08 अक्टूबर को पशु उत्पाद एवं प्रबन्धन विभाग द्वारा पशु प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। मेले में 6 से 8 अक्टूबर तक विशेष व्याख्यानमाला के अन्तर्गत वैज्ञानिक वार्ताएं तथा किसान गोष्ठी आयोजित होंगी तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमांे का आयोजन भी किया जाएगा। 09 अक्टूबर 2017 को समापन
समारोह एवं पुरस्कार वितरण समारोह किसान मेला स्थल पर होगा।
विश्वविद्यालय द्वारा किसान मेले में प्रतिभाग हेतु रेल से आने वाले किसानों तथा अन्य आगन्तुकों की सुविधा हेतु पन्तनगर तथा हल्दी रोड रेलवे स्टेशन से मेला स्थल तक लाने व वापस ले जाने के लिए परिवहन का भी प्रबन्ध किया गया है।
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